धोनी ग्लव्स विवाद: ICC ने खारिज की BCCI की अपील, कहा- ग्लव्स पर निजी संदेश या लोगो की इजाजत नहीं
धोनी के ग्लव्स पर बलिदान बैज को लेकर आईसीसी ने आपत्ति जताई है इसके बाद बीसीसीआई, सरकार सभी धोनी के साथ खड़े हैं. बीसीसीआई ने साफ साफ कहा है कि धोनी ने जो बैज लगाया है वो किसी कमर्शियल का हिस्सा नहीं है इसलिए नियम का उल्लंघन नहीं होता.

नई दिल्ली: महेंद्र सिंह धोनी के कीपिंग ग्लव्स पर सेना के 'बलिदान लोगो' को लेकर बढ़े विवाद के बीच आईसीसी का बड़ा बयान आ गया है. क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था आईसीसी ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड की उस अपील को सिरे नकार दिया है जिसमें उसने आईसीसी से धोनी को बैज वाले ग्लव्स पहनने की इज़ाजत देने के लिए कहा था.
आईसीसी ने कहा कि ''धोनी को 'बलिदान बैज वाले' ग्लव्स पहनने की इजाजत नहीं है. हमारा नियम लोगो लगाने की इजाजत नहीं देता.'' ICC ईवेंट के नियम किसी भी व्यक्तिगत संदेश या लोगो को कपड़ों या उपकरणों पर लगाने अनुमति नहीं देते हैं. इसके साथ ही लोगो विकेटकीपर दस्ताने से जुड़े नियमों को खिलाफ है.
The regulations for ICC events do not permit any individual message or logo to be displayed on any items of clothing or equipment. In addition to this, the logo also breaches the regulations in relation to what is permitted on wicketkeeper gloves. #MSDHONI https://t.co/22TZNSfYpk
— ANI (@ANI) June 7, 2019
आपको बता दें कि बीते 5 जून को धोनी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में ऐसे ग्लव्स पहने थे जिनपर भारतीय सेना की एक रेजीमेंट का 'बलिदान बैच' था. इसके बाद इसे लेकर विवाद हो गया और ऐसे सवाल भी उठाए गए कि आखिर क्यों धोनी ने एक अंतराष्ट्रीय स्तर के मैच में इस तरह के बैच वाले ग्लव्स का इस्तेमाल किया.
खेल मंत्री रिजीजू बोले- BCCI दे जानकारी, देश के सम्मान के साथ समझौता नहीं धोनी के ग्बल्स को चल रहे विवाद पर सरकार की ओर से प्रतिक्रिया आई है. खेल मंत्री किरेन रिजीजू ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि BCCI दे जानकारी, देश के सम्मान के साथ समझौता नहीं होगा. उन्होंने कहा, ''बीसीसीआई हो या कोई भी फेडरेशन हो ये स्वायत्त संस्था हैं और वो अपने तरीके से खेल का प्रबंधन करते हैं और मुद्दों को भी सुलझाते हैं. लेकिन कोई खेल हो जब देश के लिए खेलता है और खिलाड़ी देश के लिए खेलता है. और जहां देश की इज्जत और साख जुड़ी हुई है, वहां कोई भी घटना जो आम लोगों की भवना से जुड़ी है उसकी जानकारी सरकार को देनी चाहिए. सरकार इसमें पूरी तरह से साथ में खड़ी है. हम खिलाड़िओं के पीछे खड़े हैं, सबको देश के लिए काम करते रहना है.''
कांग्रेस बोली- हम लोगों के लिए गर्व की बात इस मामले पर कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया है. कांग्रेस ने कहा है कि किसी को इससे क्या दिक्कत हो सकती है? कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ''धोनी जी ने कोई ऐसा काम तो किया नहीं जिससे कोई सामाजिक उन्माद फैलता हो. किसी को इससे क्या दिक्कत हो सकती है? ये हम लोगों के लिए गर्व की बात है.''
धोनी के ग्लव्स पर बलिदान बैज से पाकिस्तान को मिर्ची धोनी के ग्लव्स विवाद से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है लेकिन पाकिस्तान के मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने इसे लेकर विरोध जताया है. फवाद चौदरी ने ट्वीट किया, ''धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं, महाभारत के लिए नहीं, भारत की मीडिया में बेकार की बहस चल रही है. भारत की मीडिया का एक धड़ा युद्ध को लेकर इतना उन्मादी है कि उन्हें सीरिया, अफगानिस्तान या रवांडा भेज देना चाहिए.'' बता दें कि पाकिस्तान को लगी मिर्ची इसलिए लग रही है क्योंकि भारतीय सेना की पैरा स्पेशल फोर्स ने ही 2016 में POK में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी.
आईसीसी का नियम क्या कहता है? ICC ने नियम के तहत प्लेयर और टीम के अधिकारियों को आर्म बैंड या ड्रेस के जरिए कोई भी निजी संदेश देने की अनुमति नहीं है. किसी भी तरह के राजनीतिक, धार्मिक या नस्लीय संदेश या लोगो की इजाजत नहीं है. आईसीसी के मुताबिक ग्लव्स पर सिर्फ मैन्युफैक्चरर के 2 लोगो की इजाजत है. इसके अलावा कोई दूसरा लोगो नहीं.
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Source: IOCL






















