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गावस्कर के 'लंगड़ा बत्तख' वाले बयान पर एमएसके प्रसाद ने कहा- हम विराट और शास्त्री ने नहीं डरते
सुनिल गावस्कर ने कल सेलेक्टर्स कमेटी को 'लंगड़ा बत्तख' कह दिया था जिसके बाद एमएसके प्रसाद ने उसे दुर्भाग्य बताया है और कहा है कि ऐसा नहीं होता कि जिसने ज्यादा क्रिकेट खेला है या जिसके बाद ज्यादा अनुभव है वही सही है.

भारतीय टीम वेस्टइंडीज से मैच खेलने के लिए फ्लोरिडा रवाना हो चुकी है. लेकिन इस बीच पूर्व क्रिकेटर और लेजेंड्री बल्लेबाज सुनिल गावस्कर ने सेलेक्टर्स कमेटी और टीम के कप्तान पर निशाना साधा था. सुनील गावस्कर ने कल सेलेक्टर्स को 'लंगड़ा बत्तख' कहा था. एक इंटरव्यू के दौरान चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने गावस्कर के इस कमेंट को दुर्भाग्य बताया और कहा कि इससे हमारी कमेटी और मजबूत ही होगी. ये काफी दुर्भाग्य है कि हम पूर्व और लेजेंड्री खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं. उनके जरिए बोला गया या दिया गया कोई भी निर्देश हम फॉलो करते हैं. गावस्कर के इस कमेंट से दुख पहुंचने के अलावा हमें और मजबूती मिलेगी. गावस्कर के बयान पर भड़के एमएसके प्रसाद कल गावस्कर ने सेलेक्शन पैनल और विराट कोहली पर निशाना साधते हुए कहा था कि वर्ल्ड कप से बाहर हुई टीम इंडिया जब भारत आई थी तो सेलेक्टर्स और कप्तान के बीच मीटिंग होना चाहिए था तो वहीं रिव्यू भी लिया जाना चाहिए थे. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. उन्होंने आगे कहा कि विराट अपनी टीम बनाते हैं और सेलेक्टर्स कुछ नहीं करते. संजय मांजरेकर ने किया बचाव इसके बाद भारत के पूर्व बल्लेबाज और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने ट्विटर पर गावस्कर की बातों को नकारते हुए कहा कि, '' मैं गावस्कर सर से सहमत नहीं हूं. उन्होंने विराट और सेलेक्टर्स को लेकर जो सवाल उठाए हैं मैं उससे संतुष्ट नहीं हूं. वर्ल्ड कप टीम ने 9 मुकाबलों में से 7 जीते और दो हारे. यानी की भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
जिसके पास ज्यादा अनुभव वो सही नहीं: प्रसाद एमएसके प्रसाद ने इस बात से भी इंकार किया कि कमेटी विराट और रवि शास्त्री से डरती है. उन्होंने कहा, ''शास्त्री और कोहली सीनियर टीम के कोच और कप्तान हैं तो वहीं राहुल द्रविड़ भी इंडिया ए टीम को देखते हैं. उन सभी के अपने अपने रोल और जिम्मेदारियां है. और हमारी जिम्मेदारियां अलग है. ऐसे में तीनों के साथ काम करने को लेकर आप ये नहीं कह सकते हैं कि हम किसी से डर रहे हैं. सेलेक्टर्स कमेटी को लेकर ये भी कहा जा रहा था कि जिन्होंने ज्यादा क्रिकेट खेला है उन्हें ज्यादा अनुभव है और वो किसी के बारे में कुछ भी कह सकते हैं लेकिन ये सच नहीं है. अगर पूरी कोचिंग यूनिट के साथ ऐसा ही है तो कोचिंग, सेलेक्टर्स कमेटी में उन्हीं पूर्व खिलाड़ियों को डाल देना चाहिए जिन्हें ज्यादा अनुभव है.Respectfully disagree with Gavaskar Sir with his views on Indian selectors & Virat being retained as capt. No, Ind did not put in a ‘much below par WC performance’, they won 7 lost two. Last one very narrowly. And integrity a far more important quality as selector than stature.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) July 29, 2019
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Source: IOCL
















