इंग्लैंड में कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान हिंसा, 2 साल बाद कोर्ट ने भारतीय मूल के तीन लोगों को भेजा जेल
ब्रिटेन के अल्वास्टन इलाके में कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान हुई हिंसा के मामले में भारतीय मूल के तीन लोगों को जेल की सजा सुनाई गई है. डर्बी क्राउन कोर्ट ने दोष सिद्ध होने के बाद यह फैसला दिया.

ब्रिटेन के डर्बी शहर के अल्वास्टन इलाके में वर्ष 2023 की गर्मियों में आयोजित एक कबड्डी प्रतियोगिता उस समय हिंसा में बदल गई थी, जब दो गुटों के बीच अचानक झड़प हो गई. अब इस मामले में अदालत ने बड़ा फैसला सुनाते हुए भारतीय मूल के तीन लोगों को जेल भेज दिया है. डर्बीशायर पुलिस के मुताबिक 19 दिसंबर को डर्बी क्राउन कोर्ट ने दोषियों को सजा सुनाई.
यह घटना 20 अगस्त 2023 को रविवार की शाम हुई थी, जब एल्वास्टन लेन स्थित खेल मैदान में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. खेल के दौरान माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया और देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई. अफवाह फैली कि गोली चल गई है, जिससे वहां अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे.
वीडियो फुटेज से खुली पूरी कहानी
पुलिस जांच के दौरान सामने आए वीडियो फुटेज में साफ दिखाई दिया कि झगड़ा बेहद हिंसक रूप ले चुका था. फुटेज में बूटा सिंह को दूसरे गुट के लोगों का पीछा करते हुए देखा गया. उस वक्त उसके हाथ में कोई हथियार नहीं था, लेकिन बाद में पुलिस ने उसकी कार से दो बड़े चाकू बरामद किए. इसी फुटेज में दमनजीत सिंह और राजविंदर टकहर सिंह को धारदार हथियारों के साथ हिंसा में शामिल होते हुए देखा गया. इन सबूतों के आधार पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया और उन पर हिंसक उपद्रव के आरोप लगाए गए.
कोर्ट ने माना गंभीर अपराध
नवंबर में हुई सुनवाई के दौरान जूरी ने तीनों आरोपियों को दोषी करार दिया. अदालत ने माना कि खेल आयोजन के दौरान इस तरह की हिंसा न केवल कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि आम लोगों की जान भी जोखिम में डालती है. इसके बाद 19 दिसंबर को सजा का ऐलान किया गया. बूटा सिंह को चार साल की जेल की सजा सुनाई गई. उसने हिंसक उपद्रव के साथ-साथ आक्रामक हथियार रखने का अपराध भी स्वीकार किया. दमनजीत सिंह को तीन साल चार महीने की जेल हुई, जबकि राजविंदर टकहर सिंह को तीन साल दस महीने की सजा सुनाई गई.
अन्य आरोपियों पर भी हुई कार्रवाई
इस मामले में दो अन्य आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया. इससे पहले वर्ष 2024 में हुई सुनवाई के दौरान इसी केस से जुड़े सात अन्य लोगों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई लंबी और गहन जांच के बाद की गई है.
पुलिस का सख्त संदेश
डर्बीशायर पुलिस ने अपने बयान में कहा कि खेल आयोजनों का मकसद आपसी भाईचारा और मनोरंजन होता है, लेकिन हिंसा इसे बदनाम करती है. पुलिस ने साफ शब्दों में कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह की घटनाओं को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी.
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