ट्रंप ने पूरा किया वादा! सुनीता विलियम्स को वापस लाने के लिए नासा-SpaceX ने लॉन्च किया मिशन, जानें कब होगी वापसी
Sunita Williams News: सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे हुए हैं. दोनों जून बोइंग के स्टारलाइनर पर सवार होकर आईएसएस के लिए आठ दिवसीय मिशन पर गए थे.

Sunita Williams News: अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जल्द ही धरती पर लौटेंगे. नासा और स्पेसएक्स ने उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए अपना स्पेसक्राफ्ट भेज दिया है.
नासा और स्पेसएक्स ने शुक्रवार (14 मार्च, स्थानीय समयानुसार) को एक महत्वपूर्ण क्रू मिशन लॉन्च किया, जिसके जरिए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी सुनिश्चित की जाएगी. सुनीता और बुच पिछले नौ महीनों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर मौजूद हैं.
जानें कब लॉन्च हुआ मिशन
समाचार एजेंसी सीएनएन के अनुसार, फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से शुक्रवार शाम 7:03 बजे (स्थानीय समयानुसार) फाल्कन 9 रॉकेट ने सफलतापूर्वक उड़ान भरी. रॉकेट के शीर्ष पर क्रू ड्रैगन कैप्सूल स्थापित था, जिसमें चार सदस्यीय टीम सवार थी. अनुमान लगाया जा रहा है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 19 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) छोड़ सकते हैं.
कौन-कौन जा रहा है अंतरिक्ष
क्रू-10 मिशन के तहत चार अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हो रहे हैं. इनमें नासा की एनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान की अंतरिक्ष एजेंसी JAXA के अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी, और रूस की रोस्कॉसमॉस एजेंसी के किरिल पेसकोव शामिल हैं. ये चारों सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों की जगह लेंगे. गौरतलब है कि इससे पहले तकनीकी कारणों के चलते स्पेसएक्स को फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से क्रू-10 मिशन का प्रक्षेपण स्थगित करना पड़ा था.
सुनीता विलियम्स कब लौटेंगी धरती पर?
15 मार्च को जब उनका अंतरिक्ष यान अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंचेगा और डॉक करेगा, तो चारों नए अंतरिक्ष यात्री कुछ दिन समायोजन में बिताएंगे. इसके बाद वे क्रू-9 से कार्यभार संभालेंगे. क्रू-9 के सदस्य, जिनमें सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर शामिल हैं, 19 मार्च को पृथ्वी के लिए रवाना होंगे.
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले नौ महीनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं. वे केवल आठ दिनों के लिए बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी संभव नहीं हो सकी.
Source: IOCL





















