एक्सप्लोरर

Myanmar: मुस्लिमों के खिलाफ आग उगलने वाले 'बौद्धों के लादेन' को म्यांमार की सेना ने किया सम्मानित, कौन हैं अशीन विराथु

Ashin Wirathu: विराथु लंबे समय से इस्लाम विरोधी बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं. 2012 में उन्हें तब बड़े स्तर पर पहचान मिली जब रोहिंग्या मुसलमानों और बौद्धों के बीच हिंसा भड़की.थी.

Myanmar Army: अपने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर म्यांमार जुंटा ने एक बड़ा फैसला लिया है. म्यांमार जुंटा ने बुधवार को 7,012 कैदियों को जेल से रिहा करने का फैसला किया है. इसके साथ ही म्यांमार जुंटा ने अपने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कट्टरपंथी बौद्ध भिक्षु अशीन विराथु को सम्मानित किया. उसे कभी आतंक का चेहरा बताया गया था. 

सम्मानित किए गए भिक्षु के बारे में बताया गया कि उन्होंने कभी मुसलमानों के खिलाफ धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का काम किया था, जिसके लिए उन्हें "बौद्ध आतंक का चेहरा" करार दिया गया था. उन्हें बर्मा के बिन लादेन के नाम से भी जाना जाता है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अशीन विराथु को म्यांमार संघ की भलाई और उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए "थिरी प्यांची" की उपाधि से सम्मानित किया गया है. 

देश के सैन्य शासक जनरल मिन आंग हलिंग द्वारा पुरस्कार से सम्मानित, विराथु उन सैकड़ों लोगों में शामिल थे, जिन्हें बुधवार को ब्रिटेन से स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर मानद उपाधि और अन्य प्रकार की मान्यता मिली.

अशीन विराथु को कैसे मिली पहचान 

विराथु लंबे समय से अपने अति-राष्ट्रवादी और इस्लाम विरोधी बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं. खासकर साल 2012 में उन्हें तब बड़े स्तर पर पहचान मिली जब राखिने प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों और बौद्धों के बीच हिंसा भड़की. तब उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया था. इसके बाद 2013 में, अशीन विराथु को टाइम मैगज़ीन के कवर पेज पर, द फेस ऑफ़ बुद्धिस्ट टेरर शीर्षक के तहत दिखाया गया था. 

सेना समर्थक होने का मिला फायदा 

1968 में जन्मे अशीन विराथु ने 14 साल की उम्र में स्कूल छोड़ दिया और भिक्षु का जीवन अपना लिया. विराथु को लोगों ने तभी जाना जब वे 2001 में राष्ट्रवादी और मुस्लिम विरोधी गुट '969' के साथ जुड़े. म्यांमार में इस संगठन को कट्टरपंथी माना जाता है, लेकिन इसके समर्थक इन आरोपों से इनकार करते हैं. साल 2003 में उन्हें 25 साल जेल की सजा सुनाई गई, लेकिन साल 2010 में उन्हें अन्य राजनीतिक बंदियों के साथ रिहा कर दिया गया.

इसके बाद अशीन विराथु को म्यांमार की नागरिक सरकार ने राजद्रोह के आरोप में जेल में डाल दिया था. हालांकि जब म्यांमार में तख्तापलट हुआ तो 2021 में अशीन विराथु रिहा हो गए. वो सेना के समर्थक भी हैं. 

'969' है क्या? 

दरअसल, इन तीनों संख्याओं को बौद्ध शिक्षा का सार समझा जाता है. 9 मतलब बौद्ध के खास 9 गुण, 6 मतलब बौद्ध के बताए छह कर्म जैसे पाप से दूरी, कल्याणकारी कार्य, सत्य, दया आदि और आखिरी नंबर 9 का मतलब है बौद्ध द्वारा स्थापित संघ के नौ चरित्र. 

इन कैदियों को नहीं मिलेगी राहत 

स्वतंत्रता दिवस पर म्यांमार जुंटा का रिहाई का यह फैसला सभी कैदियों पर लागू नहीं होता. ऐसे कैदी जो मर्डर, रेप, विस्फोटक पदार्थ रखने, भ्रष्टाचार, ड्रग्स, हथियारों और अन्य गैर-क़ानूनी वजहों से जेल की सज़ा काट रहे हैं, उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा. हालांकि ऐसे कैदी जो राजनीतिक कारणों से जेल में हैं, उन्हें रिहा किया जाएगा या नहीं इस बात की जानकारी नहीं दी गई है. 

ये भी पढ़ें: Dubai Famous Temple: इस्लामिक देश दुबई में हैं ये आठ शानदार मंदिर, खूब धूमधाम से होती है पूजा

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

India-Pakistan Relations: कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
Delhi Chief Secretary: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
Hardik Pandya Divorce: हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
Advertisement
metaverse

वीडियोज

PM Modi On ABP: स्वार्थी लोगों ने ब्रह्मोस का एक्सपोर्ट रोका-पीएम मोदी का बड़ा बयान | Loksabha PollsLoksabha Election 2024: मोदी की आध्यात्म यात्रा..'हैट्रिक' का सार छिपा ? | ABP NewsPM Modi On ABP: 2024 चुनाव के नतीजों से पहले पीएम मोदी का फाइनल इंटरव्यू | Loksabha ElectionPM Modi On ABP: पीएम मोदी से पहली बार जानिए- किस विपक्षी नेता के वे पैर छूते थे | Loksabha Election

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
India-Pakistan Relations: कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
Delhi Chief Secretary: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
Hardik Pandya Divorce: हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
'जवान', 'पठान' या 'एनिमल' नहीं, इस फिल्म को 2023 में हुआ सबसे ज्यादा मुनाफा! यहां देखें टॉप 5 की लिस्ट
'जवान', 'पठान' या 'एनिमल' नहीं, इस फिल्म को 2023 में हुआ खूब मुनाफा!
वैक्सीन बनाने वालों को कम से कम कितनी सैलरी देता है सीरम इंस्टिट्यूट? रकम सुनकर उड़ जाएंगे होश
वैक्सीन बनाने वालों को कम से कम कितनी सैलरी देता है सीरम इंस्टिट्यूट? रकम सुनकर उड़ जाएंगे होश
शरीर में है B12 की कमी तो कुछ ऐसे दिखते हैं लक्षण, जानें एक सेहतमंद व्यक्ति में कितना होना चाहिए लेवल?
शरीर में है B12 की कमी तो कुछ ऐसे दिखते हैं लक्षण, जानें एक सेहतमंद व्यक्ति में कितना होना चाहिए लेवल?
टूरिज्म में आया उछाल, 119 देशों की सूची में 39वें स्थान पर आया भारत, क्या हैं इसके संकेत
टूरिज्म में आया उछाल, 119 देशों की सूची में 39वें स्थान पर आया भारत, क्या हैं इसके संकेत
Embed widget