India-China Relations: एक पड़ोसी बिगड़ा तो दूसरे के साथ रिश्ते हो रहे सामान्य, बांग्लादेश से तनाव के बीच विदेश सचिव का चीन दौरा क्यों महत्वपूर्ण
India-China Relations: भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री रविवार (26 जनवरी) को बीजिंग दौरे के लिए रवाना होंगे. भारत और चीन के बीच सम्बंध सामान्य करने की दिशा में यह दूसरी हाई लेवल मीटिंग होगी.

India-China Bilateral Relations: भारत को एक ओर जहां अपने पड़ोसी बांग्लादेश की ओर से लगातार बुरी खबरें मिल रही हैं, वहीं दूसरी ओर एक अन्य महत्वपूर्ण पड़ोसी चीन की ओर से कुछ अच्छे संदेश भी मिल रहे हैं. पिछले कुछ सालों से भारत और चीन के बीच रिश्तों में घुली खटास अब दूर होने लगी है. दरअसल, इन दोनों देशों के बीच पिछले कुछ महीनों में अच्छे संवाद हुए हैं. अब इसी क्रम में भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री दो दिवसीय यात्रा पर चीन जा रहे हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को बताया गया कि विक्रम मिस्त्री 26-27 जनवरी को बीजिंग दौरे पर रहेंगे. पिछले साल 21 अक्टूबर को दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के प्रयासों को लेकर समझौता हुआ था. इसके तहत दिसंबर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी चीन दौरे पर गए थे. विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री का भी दौरा इसी समझौते के तहत तनाव कम करने के प्रयासों को लेकर है.
किन मुद्दों पर होगी बातचीत?
मिस्त्री की यात्रा के दौरान सीमा पार सहयोग और आदान-प्रदान जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है. इसमें कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करना, सीमा पार नदियों और सीमा व्यापार पर डेटा साझा करना शामिल है. चीन भारत पर डायरेक्ट फ्लाइट शुरू करने और चीनी नागरिकों के लिए अधिक वीजा जारी करने जैसे दबाव बना रहा है. वहीं भारत की कोशिश है कि चीन यारलुंग जंगबो नदी के निचले इलाके में अपनी जलविद्युत परियोजना के निर्माण पर साफ-साफ बात रखे. वैसे, चीन पहले ही आश्वासन दे चुका है कि इस परियोजना से भारत के निचले तटवर्ती इलाकों में जल प्रवाह प्रभावित नहीं होगा.
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Source: IOCL






















