Afghanistan Crisis: ISI चीफ फैज हमीद के काबुल दौरे पर पाकिस्तान के दखल से विवाद, तालिबान ने दो टूक कही ये बात
Controversy On ISI Chief Visit: अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात के अधिकारियों ने कहा कि किसी भी देश को अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

Controversy On ISI Chief Visit: इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के प्रमुख फैज हमीद द्वारा तालिबान नेताओं से मिलने के लिए अघोषित रूप से काबुल जाने के बाद अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में पाकिस्तान के हस्तक्षेप पर सवाल उठाए गए हैं. खामा न्यूज के अनुसार, अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात के अधिकारियों ने कहा कि किसी भी देश को अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, अधिकारियों ने खासतौर पर अमेरिका और पाकिस्तान का नाम लिया है, लेकिन माना है कि दुनिया के किसी भी देश को अफगानिस्तान के मामलों में दखल देने का मौका नहीं दिया जाएगा. पाकिस्तानी सरकार ने हमीद की अफगानिस्तान यात्रा के उद्देश्य पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
लोगों ने दोनों अधिकारियों की यात्रा पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि किसी भी सरकार की घोषणा से पहले उनकी यात्रा अफगानिस्तान के मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप है. कार्यवाहक सूचना और संस्कृति मंत्री और तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि वे पाकिस्तान सहित किसी भी देश को अफगानिस्तान के मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं देंगे.
उन्होंने कहा कि आईएसआई प्रमुख इस्लामाबाद में निर्वासित अफगान राजनेताओं का संदेश लेकर आए होंगे. इससे पहले, दोहा स्थित तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के सदस्य सोहेल शाहीन ने अमेरिकी अधिकारियों के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और कहा था कि देश को अफगानिस्तान के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. शाहीन ने कहा था कि वे महिलाओं के शिक्षा और काम के अधिकारों का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे इस्लामी हिजाब का पालन करती हैं.
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Source: IOCL






















