चीन में तेज हुई विरोध की आग, कई जगह पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प- देखिए वीडियो
Shanghai के वुलुमुकी रोड पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है, क्योंकि यहीं से शनिवार को कैंडल मार्च शुरू हुआ था, जो अब हिंसक विरोध प्रदर्शन का रूप ले चुका है.
China Lockdown Protest: चीन में कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ नागरिकों ने सड़क पर उतरना शुरू कर दिया है. लॉकडाउन के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन को दो दिन हो चुके हैं और देश के कई प्रांतों से हिंसा की खबरें भी सामने आने लगी हैं. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प का एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में देख सकते हैं कि रात के समय में सैकड़ों की संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और उसी दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प हो जाती है. पुलिस प्रदर्शनकारियों को सड़क पर घसीटती हुई भी नजर आ रही है.
रॉयटर्स के मुकाबिक, जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ चीन में शुरू हुए प्रदर्शन के दौरान अब तक सैकड़ों लोगों को पुलिस हिरासत में लिया जा चुका है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने झड़प का वीडियो पोस्ट किया है. वीडियो में प्रदर्शनकारियों को शंघाई की सड़कों पर इकट्ठा होकर राष्ट्रगान गाते देखा जा सकता है. प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस बल का सहारा लेती है और धरनास्थल से दूर ले जाती है. कुछ को यहां से हिरासत में भी लिया गया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है प्रदर्शनकारी चिल्ला रहे थे कि "उन्हें छोड़ दो!" वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस अधिकारी बड़ी ही बेरहमी से लोगों को घसीट रहे हैं. बता दें कि शंघाई के वुलुमुकी रोड पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है, क्योंकि यहीं से शनिवार को कैंडल मार्च शुरू हुआ था , जो अब हिंसक विरोध प्रदर्शन का रूप ले चुका है.
Clashes erupted between demonstrators and police in Shanghai as protests over China's stringent COVID restrictions flared for the third day and spread to several cities https://t.co/knbPuyvkyl pic.twitter.com/K6G02cOZC1
— Reuters (@Reuters) November 28, 2022
बीबीसी के पत्रकार से मारपीट का आरोप
शंघाई की पुलिस पर बीबीसी के एक पत्रकार के साथ भी मारपीट करने का आरोप लगा है. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस अधिकारी पत्रकार को घसीटते हुए नजर आ रहे हैं. बीबीसी ने दावा किया है कि उनके पत्रकार को विरोध प्रदर्शन शूट करने के कारण हिरासत में लिया गया और मारपीट की गई. हालांकि, कई घंटों तक हिरासत में रखने के बाद पत्रकार को रिहा कर दिया गया है.
जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन
इस वक्त चीन में हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं. एक तरफ देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और दूसरी तरफ जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ लोगों का गुस्सा भी बढ़ रहा है. नागरिकों का आरोप है कि सरकार के सख्त लॉकडाउन के कारण लोगों की जान जा रही है. बीते दिनों उरुमकी में एक इमारत में आग लग गई, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई थी. नागरिकों ने कहा था कि लॉकडाउन के कारण समय पर आपातकालीन सेवाएं नहीं आई, जिस कारण लोगों को जान गंवानी पड़ी.
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