यूपी: घर घर जाकर वरिष्ठ नागरिकों का रजिस्ट्रेशन करेगी पुलिस, ये है वजह
यूपी पुलिस ने रजिस्ट्रेशन करने का ये कदम वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है. डेटाबेस में पहले से मौजूद जानकारी के आधार पर उन्हें तत्काल सहायता मुहैया कराई जा सकेगी.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नई पहल की है जिसके तहत उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने कहा, "हमने वरिष्ठ नागरिकों का रजिस्ट्रेशन शुरू करने का फैसला लिया है. पुलिसकर्मी उनके घरों पर जाकर उनके नाम, पता और फोन नंबर आदि की जानकारी लेंगे, जिसे हमारे डेटाबेस में रखा जाएगा. अगर कोई वरिष्ठ नागरिक आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल करेगा तो उसका पूरा डेटा पुलिस को तुरंत पता चल जाएगा और जिसके बाद उचित कार्रवाई तत्काल की जा सकती है."
कॉल करने वाले की शिकायत दर्ज की जाएगी और उस शिकायत पर हुई कार्रवाई के बारे में बताया जाएगा.
पुलिस थानों में अधिकारियों को वरिष्ठ नागरिकों के घरों पर नियमित तौर पर जाने और उनके हालचाल पूछने के निर्देश दिए जाएंगे. इससे बुजुर्गो में सुरक्षा की भावना पनपेगी.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक असीम अरुण ने इस बीच कहा कि पिछले एक साल में 2.4 लाख वरिष्ठ नागरिकों ने पुलिस से मदद मांगी थी.
उन्होंने कहा, "कुछ लोगों ने तो एक से ज्यादा बार पुलिस को कॉल की, जिससे पता चलता है कि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ था. हम अब ऐसे मामलों पर बारीकी से निगरानी रखेंगे."
26 अक्टूबर से बदल जाएगा यूपी पुलिस का इमरजेंसी नंबर, आपात स्थिति में 100 की जगह डायल करें 112
बता दें उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपना इमरजेंसी नंबर बदल दिया है. अब आप अगर किसी परेशानी में पड़ जाएं तो आपको 100 नम्बर की जगह 112 नम्बर डायल करना होगा. उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक ये 26 अक्टूबर से लागू हो जाएगा. कई देशों में और भारत के कई राज्यों में आपातकालीन हेल्पलाइन के लिए पहचान रखने वाला 112 नम्बर प्रदेश में भी लागू होगा. इस सबंध में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने आदेश जारी कर दिया है.
112 नंबर डायल कर ली जा सकेगी मदद
यूपी-100 के एडीजी असीम अरुण ने बताया, "जनता 26 अक्टूबर से 112 नम्बर के जरिए पुलिस के अलावा एंबुलेंस, फायर सर्विस व एसडीआरएफ जैसी जीवन रक्षक एजेंसियों की मदद ले सकेगी. इसी दिन 112 सेवा का इमरजेंसी ऐप भी जारी किया जाएगा. एंबुलेंस सेवा के 108, विमेन पावर लाइन के 1090 और सीएम हेल्पलाइन को भी 112 के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा. 112 सेवा के जरिए पीड़ित और पीआरवी दोनों की एकदम सही लोकेशन मिलेगी."
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