यूपी चुनाव: पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ अयूब पर यौन शोषण का केस दर्ज

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के बाद पीस पार्टी अध्यक्ष डॉ अयूब भी यौन शोषण में मामले में फंस गए हैं. पीस पार्टी के अध्यक्ष तथा विधायक डॉ. अयूब पर यौन शोषण और गलत दवा देने का आरोप लगाने वाली युवती की मौत के बाद शनिवार को राजधानी के मडियांव थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
लखनऊ के ट्रामा सेंटर में हो गई थी मौत
मृतका के भाई की ओर से डॉ. अयूब के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी, गाली-गलौच और गैर इरादतन हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है. डॉ. अयूब पर रेप का आरोप लगाने वाली संत कबीरनगर निवासी युवती की शुक्रवार देर रात लखनऊ के ट्रामा सेंटर में मौत हो गई थी.
इस युवती के परिवारवालों ने डॉ. अयूब पर पढ़ाने और नौकरी के नाम पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया. साथ ही परिवार के लोगों ने डॉक्टर अयूब पर युवती को गलत इलाज करने का आरोप लगाया है. इनके मुताबिक गलत दवा के कारण पीड़िता की हालात बिगड़ गई. जिसे इलाज के लिए सहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालात नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो शुक्रवार को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था पर रात में ही उसकी मौत हो गई.
7 माह तक चली दवा से गंभीर हो गई युवती की हालत
पीड़िता की मां ने कहा कि आरोपी अपने फ्लैट पर उसकी बेटी का शारीरिक शोषण करता था. जब बेटी की तबियत खराब हुई तो उसे इलाज के लिए बुला लिया और गलत दवा चलाने लगा. युवती की मां और भाई का आरोप है कि सोची-समझी रणनीति के तहत डॉ. अयूब ने पीड़िता को टीबी तथा अन्य दवाओं की लंबी डोज चलाई, जबकि उसे टीबी संबंधी कोई बीमारी नहीं थी. सात माह तक चली दवा से युवती की हालत गंभीर हो गई. इसके बाद आरोपी डॉ. अयूब ने इलाज करना बंद कर दिया. यही नहीं आरोपी ने युवती से दूरी बना ली और पास आने पर जान से मारने की धमकी दी.
पुलिस ने बताया कि मृतका के भाई की ओर से डॉ. अयूब के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी, गाली-गलौच और गैर इरादतन हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का सही खुलासा होगा. वहीं डॉ. अय्यूब इसे विरोधी पार्टियों की साजिश बता रहे हैं.
आगरा में एसपी उम्मीदवार के खिलाफ मामला दर्ज
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आगरा उत्तर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी एसपी के उम्मीदवार अतुल गर्ग के खिलाफ शनिवार को एक मामला दर्ज किया गया है.
निर्वाचन आयोग ने एक टीवी स्टिंग ऑपरेशन में गर्ग के बयान को स्वत: संज्ञान में लिया. उनके खिलाफ वोट खरीदने की कोशिश करने का आरोप है.
निर्वाचन आयोग ने आगरा के जिलाधिकारी गौरव दयाल को निर्देश दिया कि गर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, जो किसी से यह कहते हुए कैमरे में कैद कर लिए गए हैं कि एक-डेढ़ करोड़ रुपये में लगभग 15,000 वोट खरीदे जाएंगे.
गर्ग ने हालांकि इस बात से इंकार किया है कि उन्होंने किसी टीवी पत्रकार से बातचीत की थी. उन्होंने कहा, "यह सब कृत्रिम तरीके से बनाया गया है." एक अन्य मामला आगरा कैंट विधनसभा सीट से पीस पार्टी के उम्मीदवार राकेश कुमार के खिलाफ मतदाताओं को डराने, बूथ कैप्चरिंग और साजिश रचने के लिए दर्ज किया गया है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















