यूपी चुनाव: अब तक 115 करोड़ रुपए और 20 लाख लीटर शराब जब्त
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता उल्लंघन के दौरान की जा रही कार्रवाई के तहत उड़नदस्ता, पुलिस टीम एवं आयकर विभाग की कार्रवाई में शुक्रवार को 2.42 करोड़ तो अब तक एक अरब 15.67 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं. इसके साथ ही 57.04 करोड़ रुपये मूल्य की 20 लाख बल्क लीटर मदिरा जब्त की गई और अब तक 866768 लाइसेन्सी हथियार जमा कराए गए और 942 असलहों के लाइसेन्स निरस्त किए जा चुके हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी. वेंकटेश ने बताया कि विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2017 के तहत आदर्श आचार संहिता के अनुपालन को सुनिश्चित कराने के अन्तर्गत फ्लाइंग स्क्वाड, पुलिस टीम एवं आयकर विभाग द्वारा की गई कार्रवाई में शुक्रवार को 2.42 करोड़ तथा अब तक कुल एक अरब 15.67 करोड़ रुपए जब्त किए गए है.
1719 लोगों के खिलाफ दर्ज कराई गई FIR
सरकारी एवं निजी सम्पत्ति से, 2311837 वाल राइटिंग, पोस्टर, बैनर्स आदि विरूपित करते हुए अब तक 836 मामलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है. उन्होंने बताया कि वाहन पर अवैध रूप से लाल, नीली बत्ती, झंडे एवं लाउडस्पीकर लगाने के विरूद्ध चलाए गए अभियान के अंतर्गत 38894 प्रकरणों में कार्यवाही करते हुए 1719 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई.
इसी प्रकार बिना अनुमति के भाषण, रैली, पार्टी कार्यालय खोलने एवं मतदाताओं को प्रलोभन देने के 746 मामलों में कार्यवाही करते हुए अब तक 502 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई. उन्होंने बताया कि लाल, नीली बत्ती, लाउडस्पीकर, अवैध मीटिंग, भाषण करने एवं मतदाता को प्रभावित करने तथा अन्य मामलों में अब तक कुल 73061 मामलों में कार्रवाई करते हुए 3917 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी जा चुकी है.
मतदाताओं को घूस देने के आरोप में तीन प्रत्याशियों के खिलाफ FIR
भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तीन प्रत्याशियों के विरूद्ध मतदाताओं को घूस देकर प्रभावित करने, चुनाव खर्चे को छिपाने तथा बूथ कैप्चरिंग की धमकी देने के आरोप में अतीक अहमद सैफी, (बीएसपी प्रत्याशी) 28 मुरादाबाद, अतुल गर्ग, (एसपी प्रत्याशी) 89 आगरा उत्तर और राकेश वाल्मीकि (पीस पार्टी) 87 आगरा कैन्ट के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं.
प्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पाण्डेय ने आईपीएन को बताया कि गत 22 फरवरी को एक मीडिया हाउस ने 'कैश फार वोट्स स्कैन्डल 2017' शीर्षक से टीवी पर कार्यक्रम का प्रसारण किया था, जिसमें इन तीनों प्रत्याशियों को वर्तमान विधान सभा चुनाव में स्टिंग आपरेशन के दौरान कैमरे के सामने मतदाताओं को घूस देने, चुनाव खर्च को छुपाने तथा बूथ कैप्चरिंग की धमकी देने (विशेष कर पीस पार्टी के प्रत्याशी राकेश कुमार के मामले में) सम्बन्धी बात करते हुए दिखाया गया है.
आचार संहिता के उल्लंघन के साथ-साथ बूथ कैप्चरिंग की धमकी देने का आरोप
आयोग ने इसका संज्ञान लेते हुए इन तीनों प्रत्याशियों को नोटिस जारी करने तथा कानून तोड़ने एवं चुनाव में घूस देने के लिए आईपीसी की सुसंगत धाराओं 171 बी, 171 ई, चुनाव खर्च का सही विवरण देने में विफल रहने के लिये आरपी एक्ट 1951 की धारा 77 तथा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के साथ-साथ बूथ कैप्चरिंग की धमकी देने (विशेष कर पीस पार्टी के प्रत्याशी राकेश कुमार के मामले में) अधिनियम की धारा 135 (ए) के तहत एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
एसीईओ ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर मुरादाबाद एवं आगरा के जिला निर्वाचन अधिकारियों को इन प्रत्याशियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.