यूपी: अगस्त क्रांति के मौके पर वृक्षारोपण महाकुंभ, लगाए जाएंगे 22 करोड़ पौधे
इस अभियान में नौ अगस्त को 22 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे और साथ ही उन पेड़ों को हेरिटेज ट्री का दर्जा दिया जाएगा जो अपने 100 वर्ष पूरे कर चुके हैं.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इस वर्ष अगस्त क्रांति की वर्षगांठ को अनोखे और हरे भरे अंदाज में मनाने की योजना है. नौ अगस्त को 22 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे और ‘सौ सावन’ देख चुके पेड़ों को ‘हेरिटेज ट्री’ के रूप में संरक्षित किया जाएगा. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रदेश की सरकार जोरशोर से तैयारियां कर रही है.
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'वन विभाग पौध आपूर्ति के नोडल विभाग और तकनीकी मार्गदर्शक के रूप में कार्य कर रहा है. विभागवार रोपित किए जाने वाले पौधों का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है. लक्ष्य के अनुसार गड्ढे खोदे जा रहे हैं. इनकी प्रगति सन्तोषजनक है.' प्रदेश सरकार ने प्रदेश में 100 वर्ष से अधिक आयु के वृक्षों को चिन्ह्ति कर उन्हें ‘हेरिटेज ट्री’ के रूप में संरक्षित किए जाने के भी निर्देश दिये हैं.
अधिकारी ने कहा, 'वन विभाग द्वारा रोपित किए जाने वाले पौधों का लक्ष्य छह करोड़ 53 लाख है और इसके लिए चयनित स्थलों की संख्या सात हजार 573 है. अब तक पांच करोड़ 58 लाख 27 हजार 976 गड्ढे खोदे जा चुके हैं.' उन्होंने कहा, 'इसी प्रकार अन्य विभागों द्वारा रोपित किए जाने वाले पौधों का लक्ष्य 15 करोड़ 47 लाख है और इसके लिए चयनित स्थलों की संख्या 13 लाख 88 हजार 956 है. अब तक 15 करोड़ 15 लाख 42 हजार 148 गड्ढे खोदे जा चुके हैं.' उनका कहना है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत एक करोड़ 51 लाख किसान 'वृक्षारोपण महाकुम्भ' में शामिल होंगे. इसी प्रकार सभी जिलों में गांधी उपवन की स्थापना की जा रही है.
उन्होंने बताया कि 75 जिलों में गांधी उपवन के लिए स्थल चयनित किए जा चुके हैं, जिनमें पांच से 10 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण के बाद 'थर्ड पार्टी' द्वारा अनुश्रवण एवं मूल्यांकन का कार्य एक सितम्बर से शुरू होगा. वृक्षारोपण स्थलों की 'जियो टैगिंग' और विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे वृक्षारोपण का सत्यापन भी सुनिश्चित किया जाएगा.
उधर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'वृक्षारोपण महाकुम्भ' को अभियान के रूप में लेते हुए इसे सफल बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के दिशा निर्देश भी दिए हैं.
उन्होंने कहा कहा है कि वृक्षारोपण अभियान में किसानों, नौजवानों, व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों, स्थानीय निवासियों, राजकीय विभागों व सामाजिक संस्थाओं को जोड़ते हुए उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जाए.
इस अभियान में पीपल, नीम, इमली, जामुन, अर्जुन, पाकड़, सागौन, शीशम, बरगद आदि प्रजातियों के वृक्षों को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा.
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