सुपौल की घटना पर प्रशांत किशोर ने कहा- नीतीश को किसी के सलाह की जरूरत नहीं
प्रशांत किशोर कहा कि नीतीश कुमार की 'चेतना' को जगाने के लिए न ही मेरी और न ही किसी की जरूरत है.

नई दिल्ली: बिहार के सुपौल में एक हाई स्कूल की हॉस्टल की लड़कियों से मारपीट मामले में अब तक 10 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. यहां लड़कियां छेड़खानी का विरोध कर रही थीं, जिसके बाद हॉस्टल में घुसकर उनके साथ मारपीट की गई. एडीजीपी (पुलिस हेडक्वार्टर) एसके सिंघल ने बताया कि इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
विपक्ष इस मुद्दे को लेकर राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साध रही है. वहीं चुनाव रणनीतिकार और जेडीयू नेता प्रशांत किशोर ने भी अपनी बात रखी है. प्रशांत किशोर ने कहा कि जहां तक उन्हें मालूम है सरकार दोषियों को पकड़ने के लिए जरूरी कदम उठा रही है, ताकि न्याय हो सके. उन्होने कहा कि नीतीश कुमार की 'चेतना' को जगाने के लिए न ही मेरी और न ही किसी की जरूरत है. बता दें कि पिछले महीने ही प्रशांत किशोर ने जेडीयू का दामन थामा है.
ये घटना शनिवार की है. पीड़ित छात्राओं का कहना है कि छात्राएं जब परिसर में खेल रही थी उसी दौरान बाहर से मनचले अभद्र टिप्पणियां करने लगे. लड़कियों ने जब इसकी शिकायत शिक्षकों से की उसके बाद यह मनचले वहां से चले गए लेकिन उसके बाद अपने कई साथियों और गांव के लोगों के साथ लौटे और स्कूल में घुसकर मारपीट की. सभी घायल छात्राओं का इलाज सुपौल के सदर अस्पताल में चल रहा है. सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि सभी घायल छात्राओं की स्थिति अब बेहतर है. कई छात्राओं को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और जो बाकी यहां इलाज करवा रही हैं, उन्हें बाद में छुट्टी दे दी जाएगी.Having said that @nitishkumar does not require me or anyone else to “wake” his conscience. To the best of my knowledge, Govt. is taking necessary action to bring the perpetrators to justice. 9 people have already been arrested.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) October 8, 2018
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Source: IOCL






















