Coronavirus: महाराष्ट्र में बनी चार सदस्यों की समिति, सात दिनों में तय करेगी टेस्टिंग की नई फीस
यह चार सदस्यीय कमेटी 7 दिन में अपनी सिफारिश देगी. फिलहाल सरकार से परिमश्न प्राप्त प्राइवेट लैब टेस्टिंग के 4000 से 4500 रुपए चार्ज कर रही हैं.
मुंबईः भारत में कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में है उसमें भी सबसे ज्यादा मामले मुंबई में हो रहे हैं. एक सकारात्मक बात यह है कि महाराष्ट्र में देश में सबसे ज्यादा टेस्टिंग देखने को मिली. अब महाराष्ट्र सरकार ने टेस्टिंग को लेकर कुछ बदलाव किए हैं. सरकार की तरफ से फैसला लिया है कि अब टेस्टिंग की कीमत तय करने के लिए चार सदस्यीय एक समिति का गठन किया है जो 7 दिन बाद टेस्टिंग की कीमतों को तय करेगी.
पिछले दिनों जितने भी टेस्ट हुए सरकारी मशीनरी से कराए गए वे मुफ्त हुए. वहीं सरकार से परमिशन लेकर जो प्राइवेट टेस्टिंग लैबोरेट्री टेस्ट कर रही थीं वह सामान्यतः 4 हजार से 4500 रुपए चार्ज कर रही थीं. सरकार का यह मानना है कि अब तक टेस्टिंग की जो प्रक्रिया थी वह विदेशों से मंगाए गए और मुश्किल से मिल रहे संसाधनों में हो रही थी इसलिए इसकी कीमत ज्यादा थी. लेकिन अब जबकि टेस्टिंग किट बड़े पैमाने पर देश मे बन रही है इसलिए जरूरत है कि टेस्टिंग की कीमतों को फिर से तय किया जाए.
अगले 7 दिनों तक प्राइवेट लैब अभी जो कीमत है उस कीमत पर टेस्टिंग कर सकते है. टेस्टिंग को लेकर भी महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी ने नियमों में बदलाव किया है. 7 दिन के बाद 4 सदस्यीय समिति टेस्टिंग की कीमतों को लेकर अपना निर्णय सरकार को बताएगी.
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