राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों से दी गई शहीद अनिल कुमार मौर्य को अंतिम विदाई
नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए उत्तर प्रदेश में अमेठी जिले के निवासी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान अनिल कुमार मौर्य का शव रविवार को जब उनके पैतृक गांव पूरे खोझवा पहुंचा तो जनसैलाब उमड़ पड़ा.

अमेठी: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए उत्तर प्रदेश में अमेठी जिले के निवासी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान अनिल कुमार मौर्य का शव रविवार को जब उनके पैतृक गांव पूरे खोझवा पहुंचा तो जनसैलाब उमड़ पड़ा. मंत्री, विधायक और प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में राजकीय सम्मान के साथ शहीद के शव का अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के छोटे भाई अजय कुमार मौर्य ने शव को मुखाग्नि दी.
इस दौरान प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा, विधायक गरिमा सिंह, विधायक राकेश प्रताप सिंह, बीजेपी नेता अनंत विक्रम सिंह, सीआरपीएफ के डीआईजी, कमाडेंट, डीएम, एसपी ने भी उन्हें पुष्प अर्पण कर श्रद्घांजलि दी.प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने शहीद की पत्नी को 20 लाख रुपए और माता-पिता को पांच लाख रुपए का चेक दिया. उल्लेखनीय है कि राम प्यारे मौर्य के पुत्र अनिल कुमार कुमार मौर्य (50) छत्तीसगढ़ प्रांत के सुकमा में सीआरपीएफ 212 बटालियन के यूनिट सात में एएसआई के पद पर तैनात थे.

प्रदेश के प्रभारी मंत्री व् वक्फ बोर्ड मंत्री ने कहा कि वह प्रदेश की योगी सरकार व केन्द्र की मोदी सरकार के प्रतिनिधि के रूप में आए है, उन्होंने कहा कि शहीद अनिल मौर्य की शहादत पर देश वासियों को गर्व है,शहीद की स्मृति में गांव स्मारक,प्रतिमा व् शहीद पथ का निर्माण किया जाएगा. उनके दोनों बेटों को नौकरी दिए जाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा. अंतिम संस्कार में शामिल सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक रासबिहारी ने कहा कि अनिल मौर्य की शहादत पर सी आर पी ऍफ़ को गर्व है,शहीद अनिल मौर्य के परिजनों की मदद के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.भारत सरकार द्वारा शहीद परिजनों को निर्धारित मदद कर दी जाएगी. Source: IOCL






















