छत्तीसगढ़: तब्लीगी जमात को लेकर राजनांदगांव प्रशासन सख्त, पहचान छुपाई तो हत्या की कोशिश का मामला होगा दर्ज
छत्तीसगढ़ में तब्लीगी जमात के लोगों की वजह से कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं. ऐसे में प्रशासन ने ये सख्त आदेश जारी किया है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिला कलेक्टर ने अपनी पहचान छिपाने वाले तब्लीगी जमात से संबंध रखने वालों के खिलाफ एक कड़ा आदेश जारी किया है. तब्लीगी जमात से संबंध रखने वालों ने पहचान छुपाई तो हत्या या हत्या की कोशिश का मामला दर्ज होगा. इसको लेकर आदेश जारी हुआ. बता दें कि छत्तीसगढ़ की सीमा महाराष्ट्र से लगती है. तब्लीगी जमात के लोगों की वजह से छत्तीसगढ़ में कोरोना पॉज़िटिव की संख्या बढ़ी है.
राजनांदगांव कलेक्टर जयप्रकाश ने आदेश जारी कर कहा है कि 1 मार्च के बाद तब्लीगी जमात से संबंध रखने वाला कोई भी व्यक्ति यदि छत्तीसगढ़ से बाहर गया हो या वापस आया हो तो वो अपनी जानकारी प्रशासन को दे. ऐसा न करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई तो की ही जाएगी. इसके साथ ही यदि उसके संपर्क में आने से किसी व्यक्ति की मौत होती है तो उसके खिलाफ धारा 302 के तहत हत्या की कोशिश मामला दर्ज किया जाएगा.
दरअसल, राजनांदगांव जिले की सीमा महाराष्ट्र से लगी हुई है. बड़ी संख्या में महराष्ट्र से छत्तीसगढ़ लोग आते हैं. छत्तीसगढ़ सरकार ने बॉर्डर की सभी सीमा को सील कर दिया है. ऐसे में प्रदेश में बिना प्रशासनिक इजाज़त के कोई नहीं आ सकता है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना पॉज़िटिव की संख्या एक हो गई थी लेकिन कुछ दिनों पहले कटघोरा शहर में तब्लीगी जमात से संबंध रखने वाला जो युवक कोरोना पॉजिटिव मिला था, उसके आस पास रहने वाले क़रीब आठ लोग पॉज़िटिव पाए गए. पुलिस की जांच में इस बात का भी पता चला था कि कटघोरा के मस्जिद में रुके लोगों में अपनी जानकारी छिपाई थी. जिसके बाद 16 लोगों पर जानकारी छिपाने के आरोप में एफ़ाईआर दर्ज की गई थी.
अब राजनंदगांव कलेक्टर के इस आदेश के बाद यह साफ़ हो गया है कि तब्लीगी जमात के लोगों ने यदि अपनी जानकारी छिपाई तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. कलेक्टर जेपी मौर्या ने एबीपी न्यूज़ से फ़ोन पर बातचीत में कहा को तब्लीगी जमात के लोगों के पास जब अफ़सर जाते हैं तो उसकी जानकारी भी ठीक ढंग से नहीं दी जा रही है. ऐसे में दूसरों को संक्रमण से बचाने के लिए ऐसा ठोस आदेश निकालना पड़ा.
खास बात ये है की कोरबा के कटघोरा जिले में जो लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं वो सभी महाराष्ट्र से ही आए थे. ऐसे में प्रशासन द्वारा राजनांदगांव जिले की सतर्कता बढ़ाने का फ़ैसला ज़रूरी हो गया था.