वाराणसी में कैशलेस कैंपेन, BHU की छात्राओं ने रेहड़ी-पटरी वालों को डिजिटल पेमेंट के तरीके सिखाए

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है देश को डिजिटल बनाना. खुद उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी को कैशलेस बनाने की तैयारी जोरों पर है. बीएचयू की छात्राओं ने गंगा नदी के किनारे रेहड़ी-पटरी लगाने वालों को डिजिटल पेमेंट का पाठ पढ़ाया.
हाथ में तिरंगा और भीम एप्लिकेशन से जुडी जानकारी... बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की छात्राएं 'मेरा मोबाइल, मेरा बटुआ' के बैनर और डिजिटल इंडिया के पोस्टर के साथ पहुंची.

छात्राओं ने अस्सी घाट और आसपास के घाटों पर लगी चायवालों, मूंगफली बेचने वालों और छोटे दुकानदारों को बिना नोट पेमेंट लेने के लिए जागरूक किया. डिजिटल पेमेंट के लिए भारत सरकार के शुरू किए गए भीम ऐप के बारे में भी जानकारी दी गई.
छात्राओं ने स्मार्ट फ़ोन रखने वालों को पेटीएम से रूपये के लेनदेन की प्रकिया और फायदे को भी समझाया. छात्राओं को लगता है कि ऐसा करने से देश से भ्रष्टाचार खत्म होगा. इसीलिए बीएचयू की छात्राएं कैशलेस इकनॉमी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने के पक्ष में हैं.
गंगा घाट पर डिजिटल पेमेंट के लिए चलाई गई इस मुहिम में पहली क्लास में पढ़ने वाली पूर्वी आकर्षण का केंद्र रही. हाथ में तिरंगा लिए पूर्वी ने पीएम मोदी की कैशलेस इकनॉमी की तरफ देश को ले जाने की कोशिश की जमकर तारीफ की.
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Source: IOCL
























