बिहार विधानसभा से NRC के खिलाफ प्रस्ताव पारित, तेजस्वी यादव बोले- सरकार को झुकना पड़ा, न्याय की जीत हुई
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार को हमारे सामने झुकना पड़ा. एनआरसी को हमलोग काला कानून कहते थे, आज मुख्यमंत्री ने भी इस बात को स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि अब हमें बेरोजगारी को मिटाने की बात करनी है. युवाओं को रोजगार दिलाना है.

पटना: बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा. आज बिहार विधानसभा में इसको लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया. वहीं एनपीआर 2010 के फॉर्मेट पर हो, इसको लेकर भी प्रस्ताव पारित किया गया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे न्याय की जीत बताया. उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान में भरोसा रखते हैं, उन्हें बधाई.
तेजस्वी यादव ने कहा कि इसको लेकर हमारी लड़ाई सदन से लेकर सड़क तक थी. इसमें हमारे साथ जो भी सहयोगी थे उन्हें भी धन्यवाद और बधाई देते हैं. तेजस्वी यादव ने कहा, ''आरजेडी से उन लोगों की उम्मीदें थी जो एनआरसी और एनपीआर को लेकर डरे थे और विचलित हो रहे थे. लोग भय में थे कि देश को तोड़ने वाला कानून है. आज हमलोग ने बिहार विधानसभा से सर्वसम्मति से इसको पास किया है.''
बिहार के नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि सरकार को विपक्ष के आगे झुकना पड़ा और उन्हें घुटने टेकने पड़े. हमने बिहार की जनता को भरोसा दिलाया था कि किसी भी तरह से एनआरसी को नहीं लागू होने देंगे. ये हमलोगों की लड़ाई और संघर्ष का नतीजा है. अपने पिता लालू यादव का जिक्र करते हुए तेजस्वी ने कहा कि उनके खौफ को सभी लोग जानते हैं. बीजेपी के लोग एक इंच पीछे नहीं हटने की बात करते थे, अब उन्हें बिहार से भागना पड़ रहा है और एनआरसी पर सहमति जतानी पड़ी है. हम इसे काला कानून कहते थे, मुख्यमंत्री ने भी इस बात को स्वीकार किया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि अब हमें बेरोजगारी को मिटाने की बात करनी है. बिहार को आगे ले जाने की बात करनी है. नौजवानों को रोजगार दिलाना है. बिहार में कारखाने खोलने होंगे, अच्छी शिक्षा और चिकित्सा हो, इन मुद्दों को जोर-शोर से उठाएंगे. हम जनता की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे. गौरतलब है कि बेरोजगारी के मुद्दों को लेकर तेजस्वी 23 फरवरी से 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' पर हैं.
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