अल्पसंख्यक नेताओं के दबाव में मधुबनी के रण से बाहर हुए अली अशरफ फातमी, नामांकन वापस लेने का फैसला
पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने मधुबनी लोकसभा से अपना नामांकन वापस लेने का फैसला किया है. फातमी इस सीट से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे.

मधुबनी: पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने मधुबनी के चुनावी रण से बाहर निकलने की घोषणा कर दी है. वे आज शाम इसका आधिकारिक एलान करेंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री फातमी आरजेडी से बगावत कर मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से बीएसपी के टिकट पर नामांकन दाखिल किया था. इसके बाद पार्टी ने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए आरजेडी से निकाल भी दिया था.
पार्टी से निकाले जाने की खबर के बाद अली अशरफ फातमी ने तेजस्वी यादव पर जमकर भड़ास निकाली थी. फातमी ने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनकी जितनी उम्र है उससे अधिक समय वे राजनीति कर रहे हैं. फातमी ने आरजेडी पर हमला बोलते हुए कहा था कि आरजेडी में उन जैसे नेताओं की कोई पूछ नहीं.
दरअसल वे दरभंगा से कई बार सांसद रह चुके हैं. वे इस बार भी दरभंगा से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे. लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया. इसके बाद उन्होंने मधुबनी पर फोकस किया. लेकिन वहां से भी उन्हें सफलता नहीं मिली और सीट वीआईपी के खाते में चली गई.
इसके बाद उन्होंने पार्टी से बगावत कर बीएसपी के टिकट पर मधुबनी सीट से नामंकन दाखिल कर दिया और चुनाव प्रचार में जुट गए. इसी बीच आज उन्होंने मैदान छोड़ने का फैसला ले लिया है. जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार अल्पसंख्यक नेताओं के दबाव की वजह से उन्होंने पीछे हटने का फैसला लिया है.
राहुल गांधी ने SC में जताया खेद, कुछ घंटे में अमेठी की रैली में फिर बोले 'चौकीदार चोर'
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























