मुंबई: होटल की थाली से प्याज हो रही है गायब, बढ़े दामों का असर
महाराष्ट्र के नाशिक मंडी से देशभर में प्याज की सप्लाई होती है. यहां के किसानों और व्यापारियों की मानें तो बारिश की वजह से प्याज के खेतों में पानी भर गया है. इस वजह से प्याज मंडी नहीं पहुंच पाई है. फसल बर्बाद हो गई है.

मुंबई: महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश होने की वजह से प्याज की फसल को भारी नुकसान हुआ है. प्याज के बढ़े दामों ने लोगों को रूलाना शुरू कर दिया है. खाने की थाली का स्वाद बिगड़ता जा रहा है. होटल चलाने वाले भी खाने की थाली में प्याज देने से कतरा रहे हैं. मुंबई की बात करें तो यहां प्याज के दाम 70 से 80 रुपये किलो तक पहुंच गया हैं.
मुंबई की दादर सब्जी मंडी में प्याज के थोक विक्रेता ओमप्रकाश गुप्ता के मुताबिक पहले वो करीब 40 से 50 बोरी प्याज रोज मंगाते थे लेकिन इस वक्त प्याज के दाम बढ़ने की वजह से प्याज की बिक्री कम हो गयी और जिसकी वजह से वो सिर्फ 20 से 25 बोरी ही प्याज मंगाते हैं. थोक भाव से हम करीब 65 रुपये किलो के हिसाब से बेचते हैं. लेकिन वही प्याज जब फुटकर विक्रेता के पास पहुंच रही है तो वो उसे 70 से 80 रुपये किलो के भाव से बेच रहा है और ये भाव दो महीने तक ऐसे ही रह सकता है क्योंकि महाराष्ट्र में जहां से प्याज आता है वहीं से सप्लाई कम हो रही है.
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प्याज के बढ़े दामों की वजह से वो गृहणियां परेशान हैं. चूंकि किचेन में प्याज का होना बहुत जरूरी है लेकिन बढ़े दामों की वजह से उन्होंने उसकी खरीददारी कम कर दी है साथ ही खाने का स्वाद भी बिगड़ गया है. आम लोगों की मानें तो महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर सब राजनीतिक पार्टियां लड़ रहे हैं. जनता परेशान है लेकिन उसकी किसी को कोई चिंता नहीं है.
मुंबई में कुछ में कुछ लोगों ने बताया कि होटल में भी कुछ खाने जाओ तो खाने के साथ प्याज नहीं दिया जा रहा. ये बढ़े दामों का असर है. वहीं होटल चलाने वालों कि मानें तो उनका ग्राहक नाराज न हो इस लिये खाने के साथ थोड़ा प्याज दिल पर पत्थर रखकर देना पड़ रहा है.
दरअसल मुंबई समेत पूरे देश में ज्यादातर प्याज की सप्लाई महाराष्ट्र की नाशिक मंडी से होती है. नाशिक मंडी के व्यापारियों और किसानों की मानें तो महाराष्ट्र और तमिलनाडू में बारिश होने की वजह से प्याज के खेतों में पानी भर गया है जो प्याज निकालकर मंडी में पहुंचने वाली थी वह पहुंच नहीं पाई. बहुत सारी फसल बर्बाद हो गई. जहां बारिश नहीं हुई वहां के खेतों से प्याज निकलने में अभी 1 महीने की देरी है. जो प्याज किसानों ने स्टोर में रखी थी वही बाजार में बहुत कम मात्रा में आ रही है. जिसकी वजह से प्याज का दाम 5 हजार रुपये पर क्युंटल से ज्यादा पहुंच गया है. यही वजह है कि प्याज के दाम बढ़ रहे हैं और जबतक हालात सुधरते नहीं तब तक प्याज की कीमत लोगों को रुलायेगी और खाने का स्वाद फीका रहेगा.
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Source: IOCL























