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कौन है निखिल गुप्ता? जिस पर लगा सिख अलगाववादी नेता पन्नू की हत्या के लिए सुपारी देने का आरोप, हो सकती है 10 साल की सजा

निखिल गुप्ता ने सिख अलगववादी नेता की हत्या के लिए जिन दो लोगों को सुपारी दी थी वो दोनों ही अमेरिकी एजेंट थे. इस काम के लिए 1 लाख डॉलर की डील हुई थी.

भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर सिख अलगाववादी नेता की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है. अमेरिका के न्याय विभाग ने बुधवार (29 नवंबर) को आरोप लगाया कि निखिल गुप्ता ने अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में रह रहे एक अलगाववादी नेता की हत्या के लिए सुपारी दी थी, जिसके लिए उसे 10 साल तक की सजा हो सकती है. अमेरिका का कानून कहता है कि अगर कोई किसी की हत्या की साजिश रचता है या इस काम के लिए किसी को सुपारी देता है तो इसके लिए अधिकतम 10 साल तक की सजा का प्रावधान है. 

अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि निखिल गुप्ता ने सिख अलगाववादी नेता की हत्या के लिए हत्यारे को एक लाख अमेरिकी डॉलर देने की बात स्वीकार कर ली है. आरोपों के अनुसार, 'नौ जून 2023 या उसके आसपास गुप्ता ने हत्या के लिए सुपारी दी थी, जिसके अग्रिम भुगतान के रूप में उन्होंने न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में हत्यारे को 15 हजार अमेरिकी डॉलर नकद देने के लिए एक सहयोगी की भी व्यवस्था की थी.'

किस सिख अलगाववादी नेता को मारने की थी साजिश
दस्तावेज में अमेरिकी नागरिक का नाम नहीं दिया गया है लेकिन द फाइनेंशियल टाइम्स ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए पिछले हफ्ते एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमें उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों द्वारा प्रतिबंधित 'सिख फॉर जस्टिस' संगठन के गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को विफल करने की बात कही गई थी. साथ ही खबर में हत्या की साजिश में संदिग्ध रूप से शामिल होने को लेकर भारत सरकार को चेतावनी भी जारी की गई थी.

कौन है निखिल गुप्ता
निखिल गुप्ता एक भारतीय नागरिक है, जिस पर आरोप लगा है कि अमेरिका में रह रहे सिख अलगाववादी नेता की हत्या करने के लिए उसने किलर को सुपारी दी थी. निखिल गुप्ता भारत में बैठे एक शख्स के इशारे पर यह काम कर रहा था. हत्या के लिए किलर का इंतजाम उसी ने किया था. अमेरिकी दस्तावेजों में बताया गया कि वह ड्रग्स और हथियारों की तस्करी का काम भी करता था. निखिल गुप्ता के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है.

चेक गणराज्य में हुई थी निखिल की गिरफ्तारी
अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, अमेरिका के साथ द्विपक्षीय प्रत्यपर्ण संधि के अनुसार चेक गरणराज्य ने 30 जून को निखिल गुप्ता को गिरफ्तार कर हिरासत में भेज दिया था. वहीं, न्याय विभाग की प्रेस रिलीज में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी का भी जिक्र है, लेकिन उसका नाम नहीं बताया गया है. इस शख्स के लिए CC-1 का इस्तेमाल किया गया है, जो भारत और अमेरिका में निखिल गुप्ता समेत कई लोगों के साथ काम करता था. सिख अलगववादी नेता की हत्या की साजिश रचने का मास्टरमाइंड CC-1 को ही बताया जा रहा है.

CC-1 के लिए काम करता था निखिल गुप्ता
निखिल गुप्ता CC-1 के लिए काम करता था. अमेरिकी दस्तावेज में बताया गया कि CC-1 के पास आने से पहले निखिल गुप्ता नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी का काम भी करता था. मई, 2023 में CC-1 ने निखिल गुप्ता को हत्या की साजिश के तहत भर्ती किया था. CC-1 को सुरक्षा और खुफिया विभाग की पृष्ठभूमि वाला बताया गया है.

अमेरिकी एजेंट निकला किलर
भारतीय सरकारी कर्मचारी CC-1 के कहने पर निखिल गुप्ता ने हत्या के लिए एक किलर की तलाश शुरू की. इसके लिए निखिल गुप्ता एक शख्स के संपर्क में आया, जिसके जरिए वह न्यूयॉर्क में सुपारी किलर 'हिटमैन' से मिला. निखिल को लगा कि ये दोनों क्रिमिनल बैकग्राउंड से हैं, लेकिन असल में ये दोनों ही ड्रग एनफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन के लिए काम करते थे.

1 लाख डॉलर में हुई थी डील
जून में निखिल गुप्ता को टारगेट यानी सिख अलगाववादी नेता की डिटेल दी गई थी, जिसे उसने हिटमैन को ट्रांसफर कर दिया. दस्तावेज में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का भी जिक्र किया गया है. निखिल गुप्ता ने हिटमैन से कहा था कि निज्जर भी एक लक्ष्य था. अमेरिकी दस्तावेज के मुताबिक, निखिल गुप्ता ने 30 जून के आसपास चेक रिपब्लिक की यात्रा की थी, जहां अमेरिकी अधिकारियों के अनुरोध पर निखिल गुप्ता तो गिरफ्तार कर लिया गया.सिख अलगाववादी नेता की हत्या के काम के लिए हिटमैन के साथ 1 लाख डॉलर की डील हुई थी और CC-1 ने 15,000 डॉलर के अग्रिम भुगतान की भी व्यवस्था की थी.

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