बंगाल सीएम ममता बनर्जी का आग्रह, केंद्र सरकार कोवैक्सीन की वैश्विक स्वीकार्यता करे सुनिश्चित
ममता बनर्जी ने कहा कि कोवैक्सीन ने पड़ोसी देश बांग्लादेश और ब्राजील के साथ भी समस्या पैदा की है. उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन को दूसरे देशों ने मान्यता नहीं दी है और वहां यह स्वीकार्य नहीं है.

कोलकाता: देश में कोरोना वायरस के कारण हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए वैक्सीन को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है. वहीं भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन ऐसी कोरोना वैक्सीन है, जिनका निर्माण भारत में ही किया गया है. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कदम उठाए कि कोवैक्सीन का टीका लगवाने वाले लोगों को विदेश यात्रा में बाधाओं का सामना नहीं करना पड़े.
ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ में कहा कि कोवैक्सीन ने पड़ोसी देश बांग्लादेश और ब्राजील के साथ भी समस्या पैदा की है. उन्होंने कहा, ‘‘कोवैक्सीन को दूसरे देशों ने मान्यता नहीं दी है और वहां यह स्वीकार्य नहीं है. विदेशों में उच्च शिक्षा हासिल करने की चाहत रखने वाले कई छात्रों को यात्रा में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने कोवैक्सीन का टीका लगवाया है.’’
स्वीकार्यता के लिए कदम उठाएं
बनर्जी ने दावा किया, ‘‘कोवैक्सीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिमाग की उपज है और इसने ब्राजील और बांग्लादेश के साथ समस्या पैदा की है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने कोविशील्ड का टीका लगवाया है उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘या तो तुरंत कोवैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन से मान्यता दिलाएं या कोवैक्सीन की पूरी दुनिया में स्वीकार्यता के लिए अन्य कदम उठाएं.’’ बनर्जी ने मुख्य सचिव एचके द्विवेदी को इस सिलसिले में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव एवं कैबिनेट सचिव को पत्र लिखने का भी निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कोविशील्ड खुराक की खरीद करके राज्य के लोगों को मुहैया करायी. अधिकांश देश आगंतुकों को प्रवेश की अनुमति देने के लिए पूर्ण टीकाकरण प्रमाणपत्र मांग रहे हैं. बनर्जी ने सभी के टीकाकरण कार्यक्रम की प्रधानमंत्री की घोषणा और 21 जून को इसे लागू करने के बीच अंतर की ओर इशारा करते हुए केंद्र पर भी निशाना साधा.
विपक्ष बीमारी से क्यों खेलेगा?
उन्होंने कहा, ‘‘पंद्रह दिन गंवा दिए गए... क्या आप सोच सकते हैं! इसके लिए कौन जिम्मेदार है? विपक्ष किसी बीमारी से क्यों खेलेगा? मुझे लगता है कि बीजेपी सभी के लिए एक बड़ी बीमारी है. वे लोगों के फैसले को पचा नहीं सकते हैं, न ही वे लोगों के आंदोलन को स्वीकार कर सकते हैं. आपको नहीं लगता कि उन्हें शर्म आनी चाहिए?’’ मुख्यमंत्री ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के इस आरोप पर उन पर निशाना साधा कि विपक्ष टीकाकरण प्रक्रिया के साथ राजनीति कर रहा है.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे समझ में नहीं आता कि नड्डा ऐसा क्यों कह रहे हैं. क्या उन्हें तथ्यों की जानकारी है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनकी (बीजेपी) सिर्फ बंगाल चुनाव में रुचि थी और चुनाव के बाद वे बंगाल को विभाजित करना चाहते हैं. उस नीति को लागू करने के लिए उन्होंने लोगों को दूसरी लहर से पहले सावधानी नहीं बरतने दी. उन्होंने छह से आठ महीने तक कुछ नहीं किया.’’
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि दूसरी लहर के लिए बीजेपी नीत केंद्र सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने दावा किया, ‘‘उन्होंने पश्चिम बंगाल को ठीक से टीके नहीं दिए. हालांकि, कुछ बीजेपी शासित राज्य हैं जिन्हें अच्छी संख्या में टीके मिल रहे हैं. गुजरात में बीजेपी के पार्टी कार्यालयों से टीके वितरित किए जा रहे हैं.’’
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