वायरल सचः एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए लोगों को बंधक बना रहा है IS!

नई दिल्लीः अफगानिस्तान में IS के ठिकाने पर बम गिरने से हर तरफ हड़कंप मचा हुआ है. इसी बीच IS के नाम पर एक ऐसा मैसेज वायरल हो रहा है जो लोगों को डरा रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज के जरिए दावा किया जा रहा है कि IS ने एक ऐसा व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है जिसका एक बार सदस्य बनने के बाद आप ग्रुप छोड़ नहीं पाएंगे औऱ बगदादी के बंधक हो जाएंगे.
वायरल हो रहे मैसेज के मुताबिक फिरदौस वी एसेंड नाम का एक व्हाट्सएप ग्रुप है. अगर इस ग्रुप का हिस्सा बनने के लिए आपको निमंत्रण आए तो इस ग्रुप को ज्वाइन ना करें. ये दाइश का ग्रुप है. अगर आप ग्रुप ज्वाइन कर लेते है तो इस ग्रुप से निकल नहीं पाएंगे. सावधान रहें. दूसरों को भी सूचित करें. आपको बता दें कि दाइश आतंकी संगठन ISIS का ही अरबी नाम है.
ABP न्यूज ने वायरल मैसेज की सच्चाई जानने के लिए की पड़ताल किया. ये साफ नहीं हो पाया कि फिरदौस नाम का कोई व्हाट्सएप ग्रुप है या नहीं लेकिन ISIS जैसे आतंकवादी संगठन ऐसे कई ग्रुप चलाते हैं.
साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने बताया कि आतंकी संगठन जब भी कोई ग्रुप बनाते है तो वो ऐसी तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे ग्रुप से निकलना मुश्किल हो सकता है क्योंकि वो नहीं चाहते कि जो लोग उनके कब्जे में आ गए है वो बाहर जाए. लेकिन आप कभी नहीं निकल सकते ये सही नहीं है.
व्हाट्सएप पर जब भी किसी अनजान नंबर से मैसेज आए जिसका आप हिस्सा नहीं बनना चाहते तो वाट्सएप पर रिपोर्ट स्पैम नाम का एक ऑप्शन होता है जिससे आप ऐसे नंबरो की शिकायत कर सकते हैं.
भारत के IT एक्ट में धारा 66 के तहत अगर आप किसी ऐसे ग्रुप को ज्वाइन करते है और मैसेज बस रिसीव करते हैं तो वो भी साइबर टेरररिज्म के अंदर अपराध माना जाता है. आप पर मुकदमा हो सकता है. आजीवन कारावास की सजा हो सकती है और जुर्माने का भी प्रावधान है.

इस मैसेज को चेतावनी समझें और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय सावधान रहें. पड़ताल में वायरल मैसेज झूठा साबित हुआ है.
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