'इसके पीछे की सोच को समझने की जरूरत', बिहार SIR को लेकर विपक्ष पर भड़के चिराग पासवान
Bihar Special Intensive Revision: चिराग पासवान ने विपक्ष पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया, वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया.

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मतदाता सूची को लेकर जो भ्रम फैलाया जा रहा है, वह विपक्ष की पुरानी रणनीति का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि जब सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, फिर भी विपक्ष संसद नहीं चलने देना चाहता. पासवान ने यह भी जोड़ा कि लोकसभा चुनाव से लेकर सीएए तक, विपक्ष ने हर बार जनता को गुमराह करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को दस्तावेजीकरण में दिक्कत हो तो BLA मदद कर सकते हैं.
क्या बोले चिराग पासवान?
चिराग पासवान ने कहा, SIR एक ऐसा विषय है जिसका राजनीतिकरण ज्यादा किया जा रहा है और एक गलत धारणा बनाई जा रही है. SIR के पीछे की सोच क्या है ये सभी को समझने की जरूरत है... महाराष्ट्र और दिल्ली चुनाव के बाद विपक्ष वोटर लिस्ट में हो रही धांधली को लेकर अपनी शिकायत चुनाव आयोग को दी है. अगर आपको संदेह है कि वोटर लिस्ट में धांधली हो रही है तो ये SIR के माध्यम से ही ठीक होगा.
SIR प्रक्रिया में पारदर्शिता: जेडीयू
जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने मतदाता सूची पुनरीक्षण को पारदर्शी बताते हुए कहा कि उन्होंने खुद दस्तावेज जमा कर मतदाता सूची में नाम अपडेट कराया है. उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया सभी के लिए समान रूप से लागू है और इसमें किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
चुनाव आयोग पर विपक्ष के गंभीर आरोप
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने चुनाव आयोग को बीजेपी का एजेंट बताते हुए कहा कि आयोग निष्पक्ष नहीं है. वहीं सांसद जोथिमणि ने आरोप लगाया कि जिन मतदाताओं को भाजपा से समर्थन की उम्मीद नहीं है, उनके नाम सूची से हटाए जा रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक संकेत है.
उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे पर चिराग का बयान
चिराग पासवान ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर कहा कि इस मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम ऐसे व्यक्ति की बात कर रहे हैं जो भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पदों में से एक पर रहे हैं. यह विषय राजनीति से ऊपर होना चाहिए.
हुड्डा ने जताया हैरानी
कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने धनखड़ के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे हैरान हैं. उन्होंने कहा कि उनके उपराष्ट्रपति से अच्छे संबंध थे, लेकिन यह फैसला चौंकाने वाला है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि आने वाले दिनों में इसका कारण स्पष्ट हो सकता है.
Source: IOCL





















