PM मोदी ने की 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान की शुरुआत, पहाड़गंज के एक स्कूल में लगाई झाड़ू
स्वच्छता ही सेवा अभियान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन, शीर्ष उद्योगपति रतन टाटा, सद्गुरु और आईटीबीपी के जवान से बात की.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गांधी जयंती तक चलने वाले 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान की शुरुआत की. इस मौके पर पीएम मोदी देशभर के 18 जगहों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने वालों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन, शीर्ष उद्योगपति रतन टाटा, सद्गुरु और आईटीबीपी के जवान भी थे. इसके बाद पीएम मोदी ने दिल्ली के पहाड़गंज में स्थित एक स्कूल में झाड़ू भी लगाई और बच्चों को सफाई के बारे में भी बताया.
अमिताभ बच्चन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करते हुए कहा, ''मैं स्वच्छता अभियान से जुड़ा हूं. मैं प्रचार के अभियान में शामिल रहा. मेरी शक्ल और आवाज ही काफी नहीं है. इसलिए मैंने कई जगह जाकर सफाई की.''
Four years ago, you introduced the nation to the Swachh Bharat Mission. I too decided to get involved as a citizen of India. I have been associated with various cleanliness campaigns including the campaign to clean a beach in Mumbai: Shri @SrBachchan tells PM #SHS18
— PMO India (@PMOIndia) September 15, 2018
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में भारत की 'नारी शक्ति' का बहुत बड़ा योगदान है. मोदी ने अपने नमो एप के माध्यम से असम के छात्रों से संवाद के दौरान कहा, "युवा सामाजिक परिवर्तन के दूत हैं. युवाओं ने भारत में स्वच्छता के संदेश का जिस तरह से प्रसार किया है, वह सराहनीय है. भारत में सकारात्मक बदलाव लाने में युवा सबसे आगे हैं."
मोदी ने यह भी कहा कि दो अक्टूबर जिस दिन गांधी जयंती है, "हम स्वच्छ भारत के बापू के सपने को पूरा करने की दिशा में खुद को फिर से समर्पित कर दें." स्वच्छ भारत मिशन की सफलता पर प्रकाश डालते हुए मोदी ने कहा, "स्वच्छता कवरेज अब 90 फीसदी से ऊपर है, जो चार साल पहले 40 फीसदी हुआ करता था. यह महज चार सालों में हुआ है."
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका श्रेय सिर्फ सरकार को अकेले नहीं बल्कि लोगों को जाता है. उन्होंने कहा कि सिर्फ पिछले चार वर्षों में नौ करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है और 4.5 लाख से अधिक गांवों को 'खुले में शौच मुक्त' घोषित किया गया है.
मोदी ने जोर देते हुए कहा कि केवल शौचालयों का निर्माण करके भारत साफ नहीं होगा. उन्होंने कहा, "स्वच्छता एक आदत है जिससे किसी को खुद को रोजाना जोड़ना पड़ता है और व्यवहार में बदलाव लाना भी जरूरी है."
मोदी ने कहा, ''चार वर्ष पहले शुरु हुआ स्वच्छता आंदोलन अब एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर आ पहुंचा है. हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि राष्ट्र का हर तबका, हर संप्रदाय, हर उम्र के मेरे साथी, इस महाअभियान से जुड़े हैं. गांव-गली-नुक्कड़-शहर, कोई भी इस अभियान से अछूता नहीं है.''
उन्होंने कहा, ''क्या कोई ये सोच सकता था कि भारत में 4 वर्षों में करीब 9 करोड़ शौचालयों का निर्माण हो जाएगा? क्या किसी ने ये कल्पना की थी कि 4 वर्षों में लगभग 4.5 लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे?'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''क्या किसी ने कल्पना की थी कि 4 वर्षों में 450 से ज्यादा जिले खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे? क्या किसी ने कल्पना की थी कि 4 वर्षों में 20 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे? यह भारत और भारतवासियों की ताकत है.''
पीएम मोदी ने गंगा सफाई को लेकर कहा कि गंगा हमारी संस्कृति है, विरासत है, पहचान है. मां गंगे के प्रति समर्पण और सम्मान गंगोत्री से गंगा सागर तक ना सिर्फ दिखना चाहिए, बल्कि उसे कष्ट देने की मानसिकता को दिमाग से निकालना भी चाहिए. उन्होंने कहा, ''मैं गंगा तट पर बसे हर भाई-बहन से एक आग्रह करना चाहता हूं. क्या आप सभी इस स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के दौरान मिलकर गंगा सफाई के लिए श्रमदान कर सकते हैं? मैं जानता हूं कि बिजनौर के स्वच्छाग्रहियों की तरह ही अनेक भाई-बहन बरसों से इस सेवा में जुटे हैं.''
Source: IOCL





















