'संविधान की रक्षा के लिए...', CJI डीवाई चंद्रचूड़ को कोट कर सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे की क्या है सच्चाई? जानें
DY Chandrachud Fake Quote: इस पोस्ट में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के हवाले से लिखा गया कि संविधान की रक्षा के लिए लोगों को सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहिए.
Supreme Court On CJI Fake Quote: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (14 अगस्त) को प्रेस रिलीज जारी कर चीफ जस्टिस के नाम से सोशल मीडिया में फैलाए जा रहे एक पोस्ट का खंडन किया है. इस पोस्ट में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) के हवाले से यह लिखा गया है कि संविधान (Constitution) की रक्षा के लिए लोगों को सरकार का विरोध करना चाहिए.
कोर्ट की तरफ से जारी रिलीज में कहा गया है कि वह पुलिस के जरिए मामले में उपयुक्त कार्रवाई कर रहा है. इस फर्जी पोस्ट में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का फोटो लगाकर उनके हवाले से जनता से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में आने का आग्रह किया गया.
सुप्रीम कोर्ट का बयान
सुप्रीम कोर्ट ने बयान में कहा कि ये कोर्ट के संज्ञान में आया है कि एक सोशल मीडिया पोस्ट (जनता को अधिकारियों के खिलाफ भड़काने) में फाइल फोटोग्राफ का इस्तेमाल करके देश के मुख्य न्यायाधीश के हवाले से फर्जी बात लिखी गई.
"पोस्ट गलत इरादे से की गई है"
इसमें आगे कहा गया कि ये पोस्ट फर्जी है, गलत इरादे से की गई है और शरारतपूर्ण है. चीफ जस्टिस की ओर से ऐसी कोई पोस्ट जारी नहीं की गई है और न ही उन्होंने ऐसा कुछ कहा है. इस संबंध में उचित कार्रवाई की जा रही है.
क्या लिखा गया था फर्जी पोस्ट में?
फर्जी पोस्ट में सीजेआई का हवाला देते हुए लिखा गया था कि हम भारत के संविधान, भारत के लोकतंत्र को बचाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसमें आपका सहयोग भी बहुत जरूरी है.
इसमें आगे लिखा गया कि सभी लोगों को एकजुट होकर सड़कों पर उतरना होगा और सरकार से अपना हक मांगना होगा. ये तानाशाही सरकार लोगों को डराएगी, धमकायेगी, लेकिन आपको डरना नहीं है, बने रहना है. हिम्मत करो और सरकार से हिसाब मांगो, मैं तुम्हारे साथ हूं.
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