स्वतंत्रता दिवस को लेकर लाल किला छावनी में तब्दील, कोरोना के चलते नियमों का रखा गया खास ध्यान
स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले जश्न की तैयारी लाल किले पर पूरी कर ली गई है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए करीब 7 हजार पुलिस के जवानों की तैनाती की जाएगी.

नई दिल्ली: कोरोनो महामारी के बीच लाल किले पर होने वाले जश्न की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. लाल किले को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. करीब 7 हज़ार पुलिस के जवान और 300 हाई रेसोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे से लालकिला और उसके आसपास चप्पे-चप्पे पर नज़र रखी जा रही है. आसपास की बिल्डिंग पर स्नाइपर्स की तैनाती की जाएगी. इतना ही नहीं हर बार की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 7 लेयर सिक्योरिटी दी जाएगी.
कोरोना महामारी के नियमों का रखा जाएगा खयाल
लेकिन आज़ादी का जश्न इस बार कुछ अलग होगा. कोरोना महामारी के बीच भीड़ को कम करने ओर सोशल डिस्टेंसिंग का खयाल रखते हुए सिर्फ 5000 लोगों की भीड़ ही देखने को मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक जहां हर साल इस कार्यक्रम में करीब 25 हजार मेहमान, जिनमें स्कूली बच्चे भी होते थे. इस बार सिर्फ 5 हजार लोग ही इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
जिनमे स्कूली बच्चों की जगह सिर्फ 500 एनसीसी कैडेट्स को ही बुलाया गया है. इस बार के कार्यक्रम में 1500 कोरोना वॉरियर्स को भी निमंत्रण दिया गया है, जिनमें पैरामिलिट्री फ़ोर्स और दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ कोरोना से जंग जीतकर लौटे आम आदमी भी शामिल होंगे. पूरे कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास खयाल रखा गया है. करीब 6-6 फ़ीट के फासले पर मेहमानों के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं.
कोरोना से बचने के लिए प्राचीर से लेकर रेलिंग पर की गई है खास कोटिंग. 5 से 7 दिन तक नहीं पनप पाएगा कोई भी वॉयरस. इतना ही नहीं लाल किले के एक बड़े हिस्से जहां प्रधानमंत्री और दूसरे करीब 150 वीवीआईपी लोग बैठेंगे, वहां एक खास कोटिंग की गई है. जिसमें लाल किले के प्राचीर से मंच से लेकर रेलिंग भी शामिल है.
इस कोटिंग के बाद वहां वायरस करीब 5 से 7 दिन तक पनप नही पाता. इतना ही नहीं करीब 500 पुलिस के जवान इस कार्यक्रम में पीपीई किट पहने नजर आएंगे, जिनकी तैनाती चेकिंग पॉइंट से लेकर जगह जगह होगी. हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था कार्यक्रम में देखने को मिलेगी. इतना ही नहीं लाल किले के आसपास सुबह 4 बजे से 10 बजे तक ट्रैफिक प्रतिबंधित रहेगा.
साथ ही कार्यक्रम खत्म होने के बाद कार्यक्रम में शामिल लोगों को फेज वाइज जाने दिया जाएगा. जिससे एक जगह भीड़ इकट्ठा न हो. कोरोना महामारी में इस बार का जश्न कुछ बदला बदला नज़र आएगा. और हमें हर बार की तरह वो दृश्य भी नज़र नही आएंगे जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बच्चों कर बीच पहुंचकर उनसे हाथ मिलाते और दुलार करते.
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Source: IOCL























