अब राजस्थान में सुलगा किसान आंदोलन, बूंदी में कलेक्ट्रेट पर हंगामा

बूंदी: एमपी के मंदसौर की घटना के बाद किसानों की मांगों ने देश के कई हिस्सों में जोर पकड़ लिया है. फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग पर कल राजस्थान के बूंदी में किसानों ने जमकर हंगामा किया. कलेक्ट्रेट में घुस गए किसान और जिला प्रशासन के कई अधिकारियों को घेर लिया.
दुखद लेकिन सच: कमाई में चपरासी से भी पीछे हैं देश के किसान
राजस्थान के बूंदी में अपनी मांगों को लेकर किसानों ने कल जमकर हंगामा किया. पहले पुलिस के साथ धक्कामुक्की हुई औऱ फिर कलेक्ट्रेट का गेट तोड़कर किसान अंदर घुस गए. जहां जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ किसानों की तीखी झड़प हुई.

किसानों को कलेक्ट्रेट से हटाया गया तो उन्होंने कोटा-बूंदी हाइवे जाम कर दिया. वहां भी केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई.
राजस्थान में प्रदर्शन करने वाले किसानों की मांग है-
- उनका कर्ज माफ़ किया जाए.
- तुअर, चना, मूंगफली और सरसों का समर्थन मूल्य बढ़ाया जाए
- उन्हें पूरे समय बिजली दी जाए.
- साथ ही खेती के काम में लगे किसान की मौत पर आर्थिक सहायता मिले.
राजस्थान के किसानों की मांगें भी वही हैं जो दूसरे राज्यों के किसानों की हैं. एमपी के मंदसौर से भड़की किसान आंदोलन की लपटें अब पंजाब और राजस्थान से लेकर दक्षिण भारत के कर्नाटक तक पहुंच चुकी हैं.
किसान आंदोलन का यूपी कनेक्शन
कल पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के गृह जिले पटियाला समेत कई जगह प्रदर्शन हुए. राजस्थान के बूंदी में कलेक्ट्रेट दफ्तर में हंगामा हुआ. यूपी में किसानों की कर्जमाफी के एलान के बाद अब पड़ोसी राज्यों के किसान भी इस मुद्दे पर अपने राज्यों की सरकारों से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.
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Source: IOCL






















