रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- सभी राज्य ट्रेनें चलाने की इजाजत दें, हम रोज 300 श्रमिक एक्सप्रेस चलाने में सक्षम
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करते हुए कहा कि कम समय के नोटिस पर रेलवे हर रोज 300 स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए पिछले छह दिनों से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वे राज्यों से अपील करते हैं कि फंसे हुए मजदूरों को निकालने की अनुमति दें.

नई दिल्ली: रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सभी राज्यों से अपील की है कि वे ट्रेनें चलाने की इजाजत दें ताकि फंसे हुए मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाया जा सके. उन्होंने कहा कि रेलवे कम समय के नोटिस पर हर रोज 300 श्रमिक एक्सप्रेस चलाने में सक्षम है. गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस तरह की रेलगाड़ियां चलाने की अनुमति देने के लिए पत्र लिखने के बाद रेल मंत्री ने यह अपील की है.
पीयूष गोयल ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशों के मुताबिक रेलवे बेहद कम समय के नोटिस पर प्रतिदिन 300 श्रमिक विशेष रेलगाड़ियां चलाने के लिए बीते छह दिनों से तैयार है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी राज्यों से अपील करता हूं कि अपने फंसे श्रमिकों को निकालने और वापस लाने की अनुमति दें ताकि अगले तीन-चार दिनों में हम उन सभी को वापस घर पहुंचा सकें.’’
I appeal to all the States to give permission to evacuate and bring back their stranded migrants so that we can get all of them back to their homes in the next 3-4 days itself.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 10, 2020
पश्चिम बंगाल की सरकार ने शनिवार को दावा किया था कि अपने श्रमिकों को वापस लाने के लिए उसने आठ रेलगाड़ियों को मंजूरी दी है. इसने कहा कि इनमें से चार रेलगाड़ियां शनिवार को रवाना होंगी लेकिन उन रेलगाड़ियों का संचालन नहीं हुआ. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि विभाग प्रतिदिन 300 रेलगाड़ियों का संचालन कर सकता है जिससे पांच दिनों में करीब 20 लाख प्रवासी श्रमिकों की यात्रा संभव है. बहरहाल, उन्होंने कहा कि राज्य मंजूरी नहीं दे रहे हैं, खासकर पश्चिम बंगाल और राजस्थान जैसे राज्य. देश भर में 10 मई तक 366 श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियों का संचालन हुआ जिनमें से 287 अपने गंतव्यों तक पहुंची और 79 रेलगाड़ियां अभी रास्ते में हैं.
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Source: IOCL























