एक्सप्लोरर

Sengol: आजादी के प्रतीक के तौर पर नए संसद भवन में स्थापित होगा ऐतिहासिक सेंगोल, जानें क्या है इस राजदंड का इतिहास

Parliament Building Inauguration: अमित शाह ने सेंगोल को लेकर कहा, सेंगोल आज भी उसी भावना का प्रतिनिधित्व करता है जो जवाहरलाल नेहरू ने 14 अगस्त 1947 में महसूस की थी.

Sengol History: भारत की नई संसद का काम पूरा हो चुका है और अब 28 मई को पीएम मोदी इसका उद्घाटन करने जा रहे हैं. इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तमाम तरह की जानकारी सामने रखी. उन्होंने कहा कि इस संसद को रिकॉर्ड समय में बनाया गया है. इस दौरान अमित शाह ने उस राजदंड का भी जिक्र किया, जिसे नए संसद भवन में स्थापित किया जाएगा. इसे तमिल में सेंगोल के नाम से जाना जाता है. शाह ने सेंगोल को लेकर जानकारी भी साझा की और बताया कि इसका भारतीय इतिहास और लोकतंत्र में क्या महत्व है. 

सेंगोल को लेकर शाह ने दी जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ब्रिटिश हुकूमत की तरफ से भारत को हस्तांतरित किए गए सत्ता के प्रतीक ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ को नए संसद भवन में स्थापित किया जाएगा. ‘सेंगेाल’ अभी इलाहाबाद में एक संग्रहालय में है. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने अंग्रेजों से सत्ता के हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर ‘सेंगोल’ लिया था. अमित शाह ने आगे कहा, ‘सेंगोल’ स्थापित करने का उद्देश्य तब भी स्पष्ट था और अब भी है. सत्ता का हस्तांतरण महज हाथ मिलाना या किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करना नहीं है और इसे आधुनिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए स्थानीय परंपराओं से जुड़ा रहना चाहिए. 

श्रमिकों को भी किया जाएगा सम्मानित
अमित शाह ने सेंगोल को लेकर कहा, ‘‘सेंगोल आज भी उसी भावना का प्रतिनिधित्व करता है जो जवाहरलाल नेहरू ने 14 अगस्त 1947 में महसूस की थी. नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता का उदाहरण है. यह नए भारत के निर्माण में हमारी सांस्कृतिक विरासत, परंपरा और सभ्यता को आधुनिकता से जोड़ने का एक सुंदर प्रयास है.’’ गृहमंत्री ने बताया कि संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री संसद भवन के निर्माण में योगदान देने वाले 60,000 श्रमिकों (श्रम योगियों) को सम्मानित भी करेंगे. शाह ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए सभी राजनीतिक दलों को निमंत्रण भेजा गया है और वे अपने विवेक के अनुसार कदम उठाने को स्वतंत्र हैं. 

क्या है सेंगोल या राजदंड 
राजदंड को तमिल में सेंगोल कहा जाता है. इसकी गहरी जड़ें देश की परंपरा में समाहित है, क्योंकि अंग्रेजों से सत्ता के हस्तांतरण में इसका इस्तेमाल हुआ था. आइए जानते हैं कि सेंगोल का भारतीय इतिहास में क्या महत्व रहा है और कैसे ये आजादी का एक प्रतीक बन गया. 

  • आजादी मिलने के बाद जब सत्ता हस्तांतरण की बात सामने आई तो लॉर्ड माउंट बेटन ने इसके लिए जवाहरलाल नेहरू से बात की. उन्होंने पूछा कि किस प्रतीक के साथ स्वराज्य को सौंपा जाए. इसके बाद हस्तांतरण को लेकर नेहरू ने स्वतंत्रता सेनानी सी राजा गोपालचारी से सुझाव मांगा, तब उन्होंने नेहरू को सेंगोल के बारे में जानकारी दी.
  • तमिलनाडु का चोला साम्राज्य भारत का एक प्राचीन साम्राज्य था. तब चोला सम्राट सत्ता का हस्तांतरण सेंगोल सौंपकर करते थे. भगवान शिव का आह्वाहन करते हुए राजा को इसे सौंपा जाता था. नेहरू को राजा गोपालचारी ने इसी परंपरा के बारे में बताया. 
  • इसके बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सेंगोल परंपरा के तहत सत्ता हस्तांतरण की बात को स्वीकार किया और तमिलनाडु से इसे मंगाया गया. सबसे पहले सेंगोल को लॉर्ड माउंट बेटन को ये सेंगोल दिया गया और फिर उनसे हत्तांतरण के तौर पर इसे वापस लेकर नेहरू के आवास ले जाया गया. जहां गंगाजल से सेंगोल का शुद्धिकरण किया गया. उसके बाद मंत्रोच्चारण के साथ नेहरू को इसे सौंप दिया गया. 
  • इसके बाद कभी भी सेंगोल का ज्यादा जिक्र नहीं हुआ. जब बीआर सुब्रमण्यम ने अपनी किताब में इसके बारे में बात की तो सेंगोल चर्चा में आया. तमिल मीडिया में इसकी खूब चर्चा हुई. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी जांच और इतिहास के बारे में पता लगाया. पता चला कि सेंगोल प्रयागराज के इलाहाबाद संग्राहलय में मिला और फिर इसे वापस लाने का फैसला लिया गया. 
  • संगोल का अर्थ तमिल भाषा के सिम्मई शब्द से आता है जिसका अर्थ नीति परायणता है. सेंगोल को नई संसद में लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास स्थापित किया जाएगा. अब सेंगोल को देश के पवित्र राष्ट्रीय प्रतीक के तौर पर जाना जाएगा. 

ये भी पढ़ें - नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह से दूर रहेगी कांग्रेस, AAP और TMC समेत अन्य विपक्षी पार्टियां, सरकार बोली- इतिहास देखें | बड़ी बातें

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

India-Canada Row: कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर इंडियन्स, हिंदुओं के लिए खतरनाक होता जा रहा ट्रूडो का देश
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर इंडियन्स, हिंदुओं के लिए खतरनाक होता जा रहा ट्रूडो का देश
Lok Sabha Elections: थम गया छठे चरण का चुनाव प्रचार, मेनका, संबित पात्रा और धर्मेंद्र प्रधान की साख का अब 25 मई को होगा इम्तिहान
थम गया छठे चरण का चुनाव प्रचार, मेनका, संबित पात्रा और धर्मेंद्र प्रधान की साख का अब 25 मई को होगा इम्तिहान
राजस्थान में लू लगने से पांच लोगों की मौत, बाड़मेर में तापमान 48.8 डिग्री पर पहुंचा, कई जिलों में रेड अलर्ट
राजस्थान में लू लगने से पांच लोगों की मौत, बाड़मेर में तापमान 48.8 डिग्री पर पहुंचा, कई जिलों में रेड अलर्ट
शिवराज सिंह चौहान के बेटे कुणाल की हुई सगाई, आप भी देखें दुल्हन की तस्वीरें
शिवराज सिंह चौहान के बेटे कुणाल की हुई सगाई, आप भी देखें दुल्हन की तस्वीरें
Advertisement
for smartphones
and tablets

वीडियोज

Muslim OBC Reservation: आरक्षण पर घमासान..मोदी-योगी और मुसलमान | CM Yogi | Loksabha Election 2024Crime News: सोनीपत में ट्रिपल मर्डर का 'शैतान' !, भाई, भाभी और भतीजे का मर्डर | सनसनीशकील पर सस्पेंस...कौन था वो हिटमैन ?, सोशल मीडिया के दावों की पड़ताल | ABP NewsSwati Maliwal Case: मालीवाल केस में चश्मदीद और नार्को टेस्ट, Kejriwal के ड्राइंग रूम में क्या हुआ ?

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
India-Canada Row: कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर इंडियन्स, हिंदुओं के लिए खतरनाक होता जा रहा ट्रूडो का देश
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर इंडियन्स, हिंदुओं के लिए खतरनाक होता जा रहा ट्रूडो का देश
Lok Sabha Elections: थम गया छठे चरण का चुनाव प्रचार, मेनका, संबित पात्रा और धर्मेंद्र प्रधान की साख का अब 25 मई को होगा इम्तिहान
थम गया छठे चरण का चुनाव प्रचार, मेनका, संबित पात्रा और धर्मेंद्र प्रधान की साख का अब 25 मई को होगा इम्तिहान
राजस्थान में लू लगने से पांच लोगों की मौत, बाड़मेर में तापमान 48.8 डिग्री पर पहुंचा, कई जिलों में रेड अलर्ट
राजस्थान में लू लगने से पांच लोगों की मौत, बाड़मेर में तापमान 48.8 डिग्री पर पहुंचा, कई जिलों में रेड अलर्ट
शिवराज सिंह चौहान के बेटे कुणाल की हुई सगाई, आप भी देखें दुल्हन की तस्वीरें
शिवराज सिंह चौहान के बेटे कुणाल की हुई सगाई, आप भी देखें दुल्हन की तस्वीरें
Lok Sabha Elections 2024: सुबह हनुमान मंदिर गए तो शाम को इफ्तार देना होगा... जानें प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों कही ये बात
सुबह हनुमान मंदिर गए तो शाम को इफ्तार देना होगा... जानें प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों कही ये बात
70 साल की उम्र में बुजुर्ग ने की शादी, अब लुटेरी दुल्हन जेवरात लेकर हुई फरार
70 साल की उम्र में बुजुर्ग ने की शादी, अब लुटेरी दुल्हन जेवरात लेकर हुई फरार
'भाई जी! सब ठीक हो गया, लेकिन...', CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुनाया विधायकों की क्रॉस वोटिंग का किस्सा
'भाई जी! सब ठीक हो गया, लेकिन...', CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुनाया विधायकों की क्रॉस वोटिंग का किस्सा
The Family Man 3 OTT Updates: 'फैमिली मैन 3' में नहीं नजर आएगा ये दमदार एक्टर, खुद किया इसपर बड़ा खुलासा
'फैमिली मैन 3' में नहीं नजर आएगा ये दमदार एक्टर, खुद किया इसपर बड़ा खुलासा
Embed widget