भारत दौरे पर अमेरिका के विदेश मंत्री, कहा- ‘आतंक के अड्डे खत्म करे पाकिस्तान’
''पाकिस्तानी नेतृत्व आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करे, क्योंकि उनकी क्षमता में इजाफा इस्लामाबाद में सरकार के लिए खतरा बन सकता है.’

नई दिल्ली: अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने पाकिस्तान को दो टूक कहा है कि वह अपने यहां मौजूद आतंक के अड्डे को खत्म करे दे. रेक्स टिलरसन इन दिनों भारत के दौरे पर हैं. अपने स्पष्ट संदेश में अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा कि वह अपनी सरजमीन में सक्रिय आतंकवादी अवसंरचनाओं को नष्ट करे और भारत और अमेरिका दोनों देशों ने इसपर जोर दिया कि देश के भीतर आतंकवादियों के पनाहगाह को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि इस्लामाबाद को क्षेत्र में और विशेष रूप से अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे.
टिलरसन ने कहा, ‘उन्होंने पाकिस्तानी नेतृत्व से कहा है कि वह आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करे, क्योंकि उनकी क्षमता में इजाफा इस्लामाबाद में सरकार के लिए खतरा बन सकता है.’
#WATCH:US Secretary of State #RexTillerson meets EAM Sushma Swaraj in #Delhi pic.twitter.com/HU6P4EB3AZ
— ANI (@ANI) October 25, 2017
सुषमा के साथ संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए टिलरसन ने कहा, ‘‘आतंकवाद के पनाहगाह बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे.’’ सूषमा ने जोर दिया कि पाकिस्तान आतकंवादी अवसंरचनाओं को नष्ट करे. उन्होंने जोर दिया कि आतंकवादी समूहों की सहायता करने वाले देशों को जवाबदेह ठहराया जाये.
सुषमा और टिलरसन ने दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने और व्यापार संबंधों में बेहतरी सहित विभिन्न विषयों पर बातचीत की. अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि ट्रंप प्रशासन भारत की सेना के आधुनिकीकरण के लिए सर्वोत्तम प्रौद्योगिकी मुहैया कराने को तैयार है. अमेरिका भारत के साथ लड़ाकू विमानों एफ16 और एफ18 के सौदों पर चर्चा को लेकर काफी उत्साहित है.
टिलरसन ने कहा कि भारत अमेरिका-अफगानिस्तान नीति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और वह हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर उत्सुक हैं. सुषमा ने कहा कि उन्होंने एच1बी वीजा मुद्दे पर चर्चा किया और अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन से अनुरोध किया कि भारतीयों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली कार्रवाई ना की जाए.
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