Operation Mahadev: 'दर्द खत्म नहीं होगा, लेकिन अब...', ऑपरेशन महादेव पर बोलीं पहलगाम में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी आशन्या
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी आशन्या ने कहा कि दर्द खत्म नहीं होगा, लेकिन अब कुछ शांति मिलेगी. जानिए ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकियों पर पीड़िता का बयान.

दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. हमले में मारे गए अधिकतर लोग पर्यटक थे. इनमे में 31 वर्षीय शुभम द्विवेदी नाम के भी शख्स थे, जो आतंकियों की गोलियों का शिकार हो गए थे. वह अपनी वाइफ आशन्या द्विवेदी और परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे थे. हालांकि, सोमवार (29 जुलाई 2025) को भारतीय सेना के जवानों ने ऑपरेशन महादेव के तहत तीन आतंकियों को ढेर कर दिया, जिसमें 2 लोग पहलगाम आतंकी में शामिल थे. कश्मीर की महादेव पहाड़ी पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जिसकी वजह से इसका नाम ऑपरेशन महादेव रखा गया.
पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों की मौत पर शुभम द्विवेदी की पत्नी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि आतंकी अलग-अलग डायरेक्शन से आए थे और सबसे पहले उनके पति को गोली मारी गई थी. उनकी जिंदगी का एक भी दिन ऐसा नहीं गुजरता है, जब वह पति को याद नहीं करती है. शुभम की पत्नी ने कहा कि मैं उनके साथ काफी खुश थी. हालांकि, अब मुझे इस बात की शांति है कि मेरे पति के हत्यारे मारे जा चुके हैं और इन सब के पीछे जो और लोग भी जिम्मेदार हैं, वह भी जल्दी मारे जाएंगे. शुभम और आशन्या की शादी को सिर्फ 6 महीने और 22 दिन हुए थे, जब शुभम को आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया था.
आशन्या का मैसेज
आशन्या ने भारत के लिए एक क्लियर मैसेज देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक कैंसर है, इसे जड़ से मिटाना होगा और मुझे भारतीय सेना पर भरोसा है. शुभम द्विवेदी की शहादत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कानपुर में जाकर उनके परिवार से मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की थी. इससे पहले भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जबाव देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें 100 आतंकियों को मार गिराया था.
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