Twin Tower: ट्विन टावर डिमोलिशन की धूल ने बढ़ाया वायु प्रदूषण, जानें कितना किस स्तर पर पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स
Noida Twin Tower: ट्विन टावर को ध्वस्त करने के लिए 3700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया. मात्र 12 सेकण्ड में ढह गए ट्विन टावर से हजारों टन मलबा निकला और आसपास धुएं का गुबार छा गया.
Noida Twin Tower Demolition: नोएडा (Noida) के सेक्टर 93 स्थित ट्विन टावर (Twin Tower) को धराशायी हुए 24 घंटे से ज्यादा का वक्त हो गया है लेकिन आलम ये है कि नोएडा में 93 सेक्टर और आसपास के इलाके में प्रदूषण (Pollution) का स्तर अब भी 'अस्वस्थ' की श्रेणी में बना हुआ है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के मुताबिक यहां का प्रदूषण का स्तर 137 आंका गया है जबकि साफ हवा की गुणवत्ता (Air Quality) 50 के नीचे होती है. इस प्रदूषण के स्तर को कम करने की कोशिश नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) द्वारा की जा रही हैं. एंटी स्मॉग गन, छिड़काव करने वाले पानी के टैंकर जगह-जगह पहुंच कर पानी का छिड़काव कर रहे हैं.
बीते दिन ट्विन टावर में विस्फोट होने के बाद धूल का गुबार कुछ ऐसा था जिसने हवा की गुणवत्ता को काफी प्रभावित किया है. नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रितु माहेश्वरी ने सोमवार को कहा कि ध्वस्त हो चुके सुपरटेक ट्विन टावरों के आसपास आवसीय सोसायटी और सड़कों पर सफाई का काम जोरों पर जारी है.
वायु प्रदूषण ने हुई बढ़ोत्तरी
गौरतलब है कि रविवार को दो बजकर 30 मिनट पर ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया गया था. इसके लिए 3700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया. मात्र 12 सेकण्ड में ढह गए ट्विन टावर से हजारों टन मलबा निकला और आसपास धुएं का गुबार छा गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी शाम चार बजे के बुलेटिन के मुताबिक, नोएडा में 24 घंटे के दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में करीब 17 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
रविवार शाम को जारी नोएडा का एक्यूआई स्तर 120 अंकों पर था. जो सोमवार को बढ़कर 137 अंकों तक तक पहुंच गया. नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ने कहा कि दोनों आसपास के इलाकों में पेड़-पौधों पर पानी छिड़का जा रहा है. साथ ही सड़कों की धुलाई भी की जा रही है. माहेश्वरी ने ट्विट किया, ट्विन टावर के मलबे में जैविक कचरे को विभिन्न इलाकों से हटा दिया गया है. धुलाई, झाड़ू लगाना और अन्य सफाई गतिविधियां जारी हैं.
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