#MeToo: अकबर के खिलाफ लगे आरोपों पर मोदी की चुप्पी बर्दाश्त नहीं: कांग्रेस
विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर लगे आरोपों पर मोदी की चुुप्पी को निशाना बनाते हुए कांग्रेस ने कहा कि इस मामले में पीएम की खामोशी को स्वीकार नहीं किया जा सकता है.

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि उनकी चुप्पी "साफ नजर आ रही है लेकिन वह अस्वीकार्य है." पिछले पखवाड़े में 'मी टू' अभियान के जोर पकड़ने के साथ केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर पर उनके कई पूर्व सहयोगियों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए. आरोप उस वक्त के हैं जब अकबर विभिन्न मीडिया संगठनों में संपादक के रूप में कार्यरत थे.
"बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" की बात करने वाले चुुप क्यों है- कांग्रेस
पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आनंद शर्मा ने इस मुद्दे पर मोदी की चुप्पी पर सवाल खड़े किए और कहा कि सरकार के प्रमुख के रूप में उन्हें इस मुद्दे पर बोलना चाहिए. शर्मा ने कहा, ''इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री बोलें, देश अपने प्रधानमंत्री को उनके कार्यों से परखे. अब तक उनकी चुप्पी स्पष्ट है. यह सवाल न केवल सरकार के नैतिक अधिकार पर है बल्कि उनके अपने ऊपर भी है और जिस पद पर वह बैठे हुए हैं उसकी गरिमा से जुड़ा हुआ है."
उन्होंने कहा कि जो प्रधानमंत्री "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" का संकल्प लेते हैं और महिलाओं की गरिमा की बात करते हैं, वह इस मुद्दे पर चुप हैं. उनकी चुप्पी अस्वीकार्य है. सरकार के प्रमुख को मुद्दे पर अपने विचार प्रकट करने चाहिए."
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Source: IOCL





















