दिवाली पर मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, आशा सहायिकाओं का निरीक्षण शुल्क बढ़ाया
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आशा सहायिकाओं को दिवाली का बड़ा तोहफा दिया है. सहायिकाओं के निरीक्षण शुल्क को प्रति दौरे 250 रूपये से बढ़ाकर 300 रूपये करने को केंद्र ने बुधवार को मंजूरी दे दी.

नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आशा सहायिकाओं को दिवाली का बड़ा तोहफा दिया है. सहायिकाओं के निरीक्षण शुल्क को प्रति दौरे 250 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये करने के प्रस्ताव को केंद्र ने बुधवार को मंजूरी दे दी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने 2018-19 से 2019-20 के लिए आशा सहायिकाओं का निरीक्षण शुल्क को अक्टूबर 2018 से 250 रुपये प्रति दौरे से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति दौरा करने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी. इसका नवंबर 2018 से भुगतान किया जा सकेगा.
अब आशा सहायिकाएं हर महीने करीब 20 निरीक्षण दौरे कर सकेंगी और ऐसे में 1000 रुपये की प्रस्तावित वृद्धि से आशा सहायिकाओं को 5000 रुपये प्रति महीने की बजाय 6000 रुपये प्रति महीने मिलेंगे. आशा सहायिकाओं को बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से निरीक्षण शुल्क को अक्टूबर 2018 से 250 रुपये प्रति दौरे से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति दौरा कर दिया गया है.
#CabinetDecision: Enhancement of supervisory visit charges for #ASHA Facilitators from Rs. 250/- per visit to Rs. 300/- per visit for 2018-2019 to 2019- 2020 w.e.f from October 2018, in addition to benefit of #PMJJBY & #PMSBY to #ASHAs & ASHA Facilitators#SwasthaBharat pic.twitter.com/j3JCrOm3OM
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) October 24, 2018
इस प्रस्ताव से 46.95 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च होने का अनुमान है, जिसमें से 15.65 करोड़ रुपये 2018-19 के दौरान (6 महीने के लिए) और 2019-20 के दौरान केन्द्रीय हिस्से के रूप में 31.30 करोड़ रुपये शामिल हैं. इससे 41,405 आशा सहायिकाओं को लाभ पहुंचेगा. यह लाभ पिछले महीने मंत्रिमंडल के फैसले में दिए गए लाभों के अतिरिक्त है.
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Source: IOCL





















