'आप महात्मा गांधी का नाम हटा देंगे फिर भी देशभक्त, हम विरोध करें तो देशद्रोही', संसद में भड़कीं ममता बनर्जी की सांसद
टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने सदन में बिलों को पारित करने की बात अहंकार के साथ कही. उन्होंने कहा कि आप लोग चर्चा करो, लेकिन हम लोग विधेयक पारित करके रहेंगे.

तृणमूल कांग्रेस की सांसद शताब्दी रॉय ने मंगलवार (16 दिसंबर, 2025) को लोकसभा में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप लोकतंत्र खत्म करेंगे, महात्मा गांधी का नाम हटा देंगे फिर भी आप देशभक्त हैं और हम लोग विरोध करेंगे तो देशद्रोही हैं.
उन्होंने सदन में 'सबका बीमा सबकी रक्षा (बीमा कानूनों में संशोधन) विधेयक, 2025' पर चर्चा में भाग लेते हुए दावा किया कि आज संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में विधेयकों को पारित करने की बात 'अहंकार के साथ कही और यह भी कहा कि आप लोग (विपक्ष) चर्चा करो लेकिन हम लोग विधेयक पारित करके रहेंगे.'
तृणमूल सांसद ने कहा कि सरकार 'लोकतंत्र खत्म करे फिर भी देशभक्त है, महात्मा गांधी का नाम हटा दे फिर भी देशभक्त हैं. हम लोग विरोध करेंगे तो हम लोग देशभक्त नहीं हैं, देशद्रोही हैं.'
सरकार ने विपक्ष के तीखे विरोध के बीच मंगलवार को लोकसभा में 'विकसित भारत-जी राम जी विधेयक, 2025' पेश किया, जो महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के स्थान पर लाया गया है.
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा निरसन और संशोधन विधेयक, 2025 को सदन में चर्चा और पारित किए जाने के लिए रखे जाने के बाद, रिजिजू ने कहा था, 'हमने पूर्व में परमाणु ऊर्जा विधेयक को सूचीबद्ध किया था, लेकिन फिर विपक्षी दलों की ओर से अनुरोध किया गया कि विधेयक का अध्ययन करने के लिए उन्हें कुछ समय चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'इसलिए हमने सहमति जताई कि परमाणु विधेयक को हम कल लेंगे और आज हम बीमा विधेयक ले सकते हैं. यह सबके लिए अच्छा है किसी के लिए प्रतिकूल स्थिति नहीं है.'
शताब्दी रॉय ने बीमा विधेयक के संबंध में कहा कि सरकार को विधेयक पारित करने से पहले बीमा कंपनियों को मौका देना चाहिए और बीमा एजेंट का पक्ष जानना चाहिए.
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