14-27 सितबंर के बीच वाशिंगटन में साझा 'युद्ध अभ्यास' करेगी भारतीय-अमेरिकी सेना
पिछले साल ये 'युद्ध अभ्यास' उत्तराखंड के चौबटिया में हुई थी. इस साल ये 'युद्ध अभ्यास' अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन के करीब ज्वाइंट बेस लुईस मैक कोर्ट में होने जा रही है.
नई दिल्ली: डोलकम विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच चल रही तनातनी के बीच भारत और अमेरिका की सेनाएं साझा 'युद्ध अभ्यास' करने जा रही हैं. ये 'युद्ध अभ्यास' अमेरिका की राजधानी, वाशिंगटन के करीब ज्वाइंट-बेस लुईस मैक-कोर्ड में 14-27 सितबंर के बीच होगा. हर साल भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच होनी वाली इस एक्सरसाइज का नाम भी 'युद्ध अभ्यास' ही है. दोनों दोशों के बीच ये 13वां 'युद्ध अभ्यास' है. पहला 'युद्ध अभ्यास' साल 2004 में हुआ था.
सेना मुख्यालय के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने एबीपी न्यूज को बताया कि इसका मकसद दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाना तो है ही साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा भी इस एक्सरसाइज का अहम चार्टर है. इसके अलावा काउंटर इनसर्जेंसी, काउंटर टेरोरिज्म और यूएन चार्टर के तहत शांति मिशन, इस 'युद्ध अभ्यास' का अहम विषय है. इसमें भारतीय सेना की सेंटर्ल कमान की एक इंफेंट्री बटालियन हिस्सा लेगी, जबकि अमेरिकी सेना की पैसेफिक कमांड की पहली कोर की स्ट्राइकर बटालियन हिस्सा लेंगी.
भारत और अमेरिका के बीच हर साल 'युद्ध अभ्यास' होता है. पिछले साल ये 'युद्ध अभ्यास' उत्तराखंड के चौबटिया में हुई थी. इस साल ये 'युद्ध अभ्यास' अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन के करीब ज्वाइंट बेस लुईस मैक कोर्ट में होने जा रही है. जानकारी के मुताबिक, इससे दोनों देशों की सेनाएं और उनके कमांडर एक दूसरे के साथ ऑपरेशन करना, मिलजुलकर काम करना, एक दूसरे के हथियारों को चलाना और एक दूसरे की रणकौशल जान सकेंगे.
Source: IOCL





















