Indian Army Soldier Missing: 36 घंटे बाद भी अब तक नहीं मिला कोई सुराग, जावेद अहमद वानी की तलाश जारी
Indian Army Soldier Kidnapped: पहला बहुचर्चित अपहरण 2017 में हुआ था, जब शोपियां में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज़ का अपहरण कर लिया गया था. इसके अलावा भी कई मामले भी सामने आए हैं.
Indian Army Soldier Missing: लगभग तीन साल के अंतराल के बाद संदिग्ध आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर में हमला किया और कुलगाम में सेना के एक जवान, जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (जेएकेएलआई) रेजिमेंट के कुलगाम के अस्थल गांव के 28 वर्षीय जवान जावेद अहमद वानी का अपहरण कर लिया. जावेद अहमद वानी ईद के आसपास छुट्टी पर घर आए हुए थे और रविवार को वापस आकर ड्यूटी ज्वाइन करनी थी. जावेद कार चला रहे थे जब वह अपने घर से महज सौ मीटर की दूरी पर लापता हो गए. उनकी लावारिस कार मिली और तलाशी अभियान शुरू किया गया और अब 36 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
इससे पहले मामलों में हुआ ये
पहला बहुचर्चित अपहरण 2017 में हुआ था, जब शोपियां में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज़ का अपहरण कर लिया गया था. कश्मीर में एक पारिवारिक समारोह से अगवा किए गए युवा सेना अधिकारी को मारने से पहले बेरहमी से प्रताड़ित किया गया था. राजपूताना राइफल्स के एक लेफ्टिनेंट, फैयाज को कई चोटें आईं और उनके जबड़े और पेट पर गोलियां लगीं. शोपियां में एक अन्य घटना में, पुंछ के सैनिक औरंगजेब को जून 2018 में बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया गया था. पुलवामा जिले से अगवा किए गए औरंगजेब का गोलियों से छलनी शव पुलवामा के गुसू में मिला था.
2020 में कुलगाम जिले में सेना के जवान शाकिर मंज़ूर का अपहरण कर लिया गया था. उनकी एक साल तक चली तलाश तब खत्म हुई जब उनका शव कुलगाम में मिला. 2022 में, लहर मध्य कश्मीर के बडगाम जिले तक फैल गई, जहां सेना के एक जवान समीर अहमद मल्ला का अपहरण कर लिया गया था और अब दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में शनिवार को सेना के जवान जावीद अहमद वानी का अपहरण हो गया. यह स्थिति सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चिंता का कारण बन गई है क्योंकि दक्षिण कश्मीर के शोपियां और कुलगाम बेल्ट में बार-बार घटनाएं हो रही हैं.
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