म्यांमार में साइबर क्राइम के गढ़ से फंसे 300 इंडियंस की हुई घर वापसी, IAF के C-17 प्लेन से पहुंचे भारत
Myanmar Scam Center Operation: चीन के दबाव में म्यांमार के अधिकारियों ने हाल ही में स्कैम सेंटरों में काम करने वाले लगभग 7,000 लोगों को रिहा किया है.

Myanmar Scan Centre: म्यांमार के स्कैम सेंटरों में फंसे लगभग 300 भारतीय सोमवार (10 मार्च) को भारत पहुंचे हैं. ये लोग थाईलैंड के रास्ते स्वदेश आए हैं. इस बात की जानकारी म्यांमार के अधिकारियों ने दी. उन्होंने बताया कि अवैध ऑनलाइन धोखाधड़ी को बंद करने की कोशिशों के तहत इन भारतीयों को रिहा कराया गया. इन ज्यादातर सेंटरों को चीनी ऑपरेटर चलाते थे.
दो दर्जन से ज्यादा देशों के 7 हजार लोगों को रिहा कराया गया है. इनमें से ज्यादातर लोग चीन से हैं और म्यांमार-थाईलैंड बॉर्डर पर बहुत दयनीय स्थिति में रह रहे थे. भारत सरकार ने 266 पुरुषों और 17 महिलाओं को वापस घर ले जाने के लिए एक सी-17 परिवहन विमान भेजा. वहीं, 257 लोगों का दूसरा जत्था मंगलवार (11 मार्च, 2025) को रवाना होगा.
धड़ल्ले से चल रही ये क्रिमिनल इंडस्ट्री
पिछले महीने के आखिरी में तीनों देशों की ओर से कार्रवाई शुरू किए जाने के बाद से चीन ने म्यांमार के धोखाधड़ी केंद्रों से मुक्त कराए गए अपने 2,000 से अधिक नागरिकों को थाईलैंड के जरिए वापस भेजा है. हाल के कुछ सालों में म्यांमार के बॉर्डर वाले इलाकों में इस तरह के सेंटर खोले गए. ये क्रिमिनल इंडस्ट्री का हिस्सा हैं, जिसकी कीमत सालाना अरबों डॉलर है. इन सेंटरों में हजारों विदेशी कर्मचारी काम करते हैं, जो लोगों को झांसे में लेने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं.
नौकरी के नाम पर बनकर रह जाते हैं कैदी
इन सेंटरों पर काम करने वालों का कहना है कि इस जगह पर लोगों को अच्छी नौकरी का झांसा देकर बुलाया जाता है लेकिन उनसे ऑनलाइन धोखाधड़ी के काम कराए जाते हैं. इस मामले पर चीन ने सख्त रुख अपनाया हुआ है. वो अपने 2 हजार से ज्यादा नागरिकों वापस ला चुका है. हालांकि चीन ने इन सभी को अपराधी माना है और इनके हाथों में हथकड़ी लगाकर वापस लाया गया. चीन इन स्कैम नेटवर्क को खत्म करने के लिए बड़े स्तर पर कार्रवाई कर रहा है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























