स्टडी में खुलासा- अगर हो चुके हैं कोविड संक्रमित और लगी है वैक्सीन की दोनों डोज तो दूसरे वायरस से सुरक्षित हैं आप!
एक स्टडी के मुताबिक अगर किसी को कोरोना हो चुका है और उसने वैक्सीन की दोनों डोज भी लगवा रखी है तो वह दूसरे वायरस से ज्यादा सुरक्षित है. यह रिपोर्ट जर्नल द लैंसेट इंफेक्शियस डिसीज में छपी है.

अगर आप कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और आपने वैक्सीन की दोनों डोज भी लगवा रखी है तो आपके लिए अच्छी खबर है. एक स्टडी में सामने आया है कि ऐसे लोग दूसरे वायरस से ज्यादा सुरक्षित हैं. जर्नल द लैंसेट इंफेक्शियस डिसीज में छपी एक स्टडी रिपोर्ट में बताया गया है कि साइंटिस्टों ने ब्राजील के 2 लाख लोगों पर रिसर्च में पाया कि ऐसे लोग जो पहले कोविड पॉजिटिव थे, उनमें फाइजर या एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लगवाने के बाद अस्पताल जाने या मौत से बचाने के लिए 90 पर्सेंट तक इम्युनिटी बढ़ी. वहीं चीन की कोरोनावैक वैक्सीन के मामले में इम्युनिटी की मात्रा 81 फीसदी तक थी. जॉनसन एंड जॉनसन के एक ही टीके से 58 प्रतिशत तक इम्युनिटी बनी.
ये है वजह
इस स्टडी रिपोर्ट पर डॉक्टरों का कहना है कि नेचुरली कोविड संक्रमण से बनी शारीरिक क्षमता और वैक्सीन से मिली इम्युनिटी के कारण बनी मिश्रित प्रतिरोध क्षमता ही हमें इस वायरस से बचाती है. साथ ही यह शरीर में विकसित होने वाले दूसरे वायरस से भी हमारी रक्षा करती है.
बढ़ गई इम्युनिटी
कुछ ऐसा ही रिसर्च स्वीडन में किया गया तो वहां भी कुछ ऐसे ही आंकड़े मिले. यहां पता चला कि कोविड से ठीक होने वाले लोगों में 20 महीने तक इम्युनिटी ऐसी रही कि वह कोरोना वायरस से सेफ थे. यही नहीं जिन लोगों ने दोनों वैक्सीन लगवा ली थी उनमें हाइब्रिड इम्युनिटी दिखी और वह दूसरे वायरस से भी सेफ हो गए. कोरोना का टीका उन लोगों में ज्यादा कारगर हुआ जो कोविड पॉजिटिव हो चुके थे और दोनों डोज लगवा चुके थे.
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