Explained: 120 मिनट रहा व्हाट्सएप का ग्रहण काल, 8 अरब मैसेज न जा सके, न आ सके
दोस्तों से बात करनी हो या फिर किसी इमेज फाइल को शेयर करना हो. व्हाट्सएप सबकी जरूरत बन गया है. ऐसे में लगभग दो घंटे तक ठप रहने पर इसका दुनियाभर में क्या असर पड़ा होगा, आइए जानते हैं.
दिन मंगलवार, समय करीब दोपहर 12.30, दफ्तर में अचानक ये आवाज़ गूंजी की व्हाट्सएप काम नहीं कर रहा है. मैसेज न जा रहा है और न ही आ रहा है. ग्रुप मैसेज भी बंद है. पेमेंट सर्विस ने भी काम करना बंद कर दिया है. देखते देखते ये पता चला कि व्हाट्सएप पूरी दुनिया में ठप है, ये सिलसिला करीब दो घंटे तक चला और आखिरकार एक बार फिर मैसेज का जाना-आना शुरू हो गया, ऐसा लगा जैसे रुकी हुई दुनिया एक बार फिर रवां-दवां हो गई है. ट्विटर पर जारी मीम्म ने विराम लिया, व्हाट्सएप को लेकर टीवी की खबरों पर ब्रेक लग गया.... और दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के पुराने मैसेज से व्हाट्सएप भर गया.
इस बीच सवाल उठता है कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मैसेजिंग एप के करीब दो घंटे तक ठप रहने से यूजर्स का कैसा बुरा हाल रहा है, वो किन परेशानियों से गुजरे, खुद व्हाट्सएप और मेटा के लिए ये कितना बुरी खबर है. आइए जानते हैं कि दुनियाभर में व्हाट्सएप के कितने यूजर्स हैं. करीब 2 घंटे सर्विस ठप हो से कितने करोड़े मैसेज अटक गए या न भेजे जा सके, न ही रिसीव किए जा सके. पेमेंट सर्विस का नुकसान हुआ वो अलग.
व्हाट्सएप कैसे है जीवन का हिस्सा?
चाहे दोस्तों से बात करनी हो या फिर किसी इमेज फाइल को शेयर करना हो. प्रोफेशनल से लेकर पर्सनल काम तक, अब व्हाट्सएप सबकी जरूरत बन गया है. 10 साल पहले बनाये गए इस एप के अब दुनियाभर में 2 अरब यूजर्स हैं. व्हाट्सएप को दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल मैसेंजर एप के रूप में जाना जाता है. 180 देशों में इस्तेमाल किए जाने वाले इस एप पर हर दिन करीब 100 अरब से ज्यादा मैसेज भेजे जाते हैं. एप एनी डेटा के अनुसार एक दिन में एक यूजर कम से कम 38 मिनट इस एप का इस्तेमाल करता है और आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में महीने में सबसे ज्यादा यानी 39 करोड़ एक्टिव यूजर हैं.
2 घंटे में भेजे जाते हैं 8 अरब मैसेज
व्हाट्सएप के सीईओ विल कैथकार्ट के दिसंबर 2020 के एक ट्वीट के अनुसार, व्हाट्सएप पर हर दिन 100 बिलियन से अधिक मैसेज भेजे जाते हैं. जिसका मतलब है कि दो घंटे के भीतर दुनियाभर में 8.00 बिलियन मैसेज भेजे जाते हैं. एप एनी डेटा के मुताबिक, एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म पर व्हाट्सएप का औसत यूजर हर महीने 19.4 घंटे (प्रति दिन 38 मिनट) एप पर बिताता है.
यहां समझने वाली बात ये है कि जब व्हाट्सएप करीब दो घंटे बंद रहा तो 8 करोड़ मैसेज रुक गए, या मैसेज, फोटो न भेजे जा सके, न रिसीव किए जा सकते. इनमें से लाखों मैसेज या फोटो इतने जरूरी होंगे जो किसी की जिंदगी के अहम फैसलों से जुड़े रहे होंगे. ये बात जेहन में रहे कि हर मिनट अरबों मैसेज व्हाट्सएप के जरिए भेजे या रिसीव किए जाते हैं.
व्हाट्सएप पर इसका क्या असर पड़ा?
आज जैसे ही व्हाट्सएप का सर्विसेस डाउन होने की खबर आई, वैसे ही ट्विटर से लेकर अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर लोगों ने अपनी परेशानी बतानी लगे. इसके बाद ट्विटर पर #WhatsAppDown जैसे हैशटैग ट्रेंड होने लगे. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, जब भी व्हाट्सएप या इंस्टाग्राम या फेसबुक डाउन होता है तब ट्विटर का इस्तेमाल आम दिनों की तुलना में बहुत ज्यादा होने लगता है.
इसके अलावा विज्ञापनों पर काम करने वाली फर्म स्टैंडर्ड मीडिया इंडेक्स ने बताया कि अगर व्हाट्सएप डाउन रहने से कंपनी को हर घंटे करीब 5.45 लाख डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है. हालांकि, ये भी है कि एड रेवेन्यू ग्रोथ पर ज्यादा लंबे वक्त तक असर नहीं होगा.
आईटी मंत्रालय ने मेटा से मांगी रिपोर्ट
व्हाट्सएप के करीब डेढ़ घंटे ठप रहने के बाद आईटी मंत्रालय ने मेटा से व्हाट्सएप सर्वर डाउन होने को लेकर रिपोर्ट मांगी है. वहीं मेटा कंपनी ने कहा कि वह सर्विस वापस लाने पर काम कर रही है. व्हाट्सएप के अलावा फेसबुक और इंस्टाग्राम के मालिक मेटा के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम जानते हैं कि कुछ लोगों को संदेश भेजने में परेशानी हो रही है और हम सभी के लिए व्हाट्सएप को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं."
वहीं दूसरी तरफ एप ठप होने के बाद कई यूजर्स ने दावा किया कि वे लॉगिन करने में भी सक्षम नहीं थे. यूजर्स का दावा है कि वह प्रोफाइल फोटो और अपनी जानकारी बदलने में असमर्थ थे. इसके अलावा डाउनटाइम के दौरान, फोन नंबर बदलना भी संभव नहीं था. यूजर चैट हिस्ट्री का बैकअप भी नहीं ले पा रहे थे. व्हाट्सएप के काम नहीं करने की वजह से न ग्रुप चैट पर मैसेज भेज पा रहे थे और न ही व्यक्तिगत तौर पर मैसेज जा रहे थे.
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