दिल्ली: फ्लाइट में वॉशरूम नहीं जाने दिया तो कर्मचारी को कर लिया किडनैप
अपहरण की वारदात को इसलिए अंजाम दिया गया था, क्योंकि एक कर्मचारी ने आरोपी को वॉशरूम में जाने से मना कर दिया था.

नई दिल्ली: साउथ दिल्ली पुलिस ने किडनैपिंग के एक मामले को सुलझाते हुए एक ड्राइवर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इस किडनैपिंग की वजह जानकर पुलिस भी बेहद हैरान रह गई. दरअसल, अपहरण की वारदात को इसलिए अंजाम दिया गया था, क्योंकि एक कर्मचारी ने आरोपी को वॉशरूम में जाने से मना कर दिया था. इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन दोनों पर डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन के ऑफिस में अवैध रूप से घुसने और उसके कर्मचारी को किडनैप करने का आरोप है. गिरफ्तार आरोपियों में से एक टैक्सी ड्राइवर है.
पुलिस के मुताबिक 8 तारीख को DGCA में Junior Secretariat Attendant के पद पर काम करने वाले सुरेंद्र नाम के एक शख्स ने शिकायत दी कि एक शख्स ने पहले उसका अपहरण किया और उसके बाद उसे सफदरजंग हॉस्पिटल ले गया. वह उसका मेडिकल करवाना चाहता था, लेकिन पुलिस का स्टाफ ना होने के कारण वह सुरेंद्र का मेडिकल नहीं करवा पाया. इसके बाद अपहरण करने वाला शख्स सुरेंद्र का आई कार्ड और फोन लेकर फरार हो गया.
सुरेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि एक वैभव नाम के शख्स ने सुरेंद्र का अपहरण किया था. इतना ही नहीं पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि वैभव 7 जनवरी को बनारस से फ्लाइट लेकर दिल्ली आया था. उस दौरान जब फ्लाइट रनवे पर लैंड होने वाली थी, तब वैभव को वॉशरूम जाना था लेकिन फ्लाइट के स्टाफ ने फ्लाइट लैंड होने की बात कहकर वैभव को वॉशरूम नहीं जाने दिया. इस बात से वैभव गुस्सा हो गया और वैभव की सुरेंद्र से बहस भी हुई.
पुलिस के मुताबिक, फ्लाइट स्टाफ की शिकायत करने के लिए वैभव डीजीसीए के ऑफिस 8 जनवरी को पहुंचा. वैभव को एक कमरे में कुछ लोग नज़र आए और उसे शक हुआ कि सभी नशा कर रहे हैं. आरोपी वैभव कमरे में दाखिल हुआ और अपने आपको अधिकारी बताकर कमरे में बैठे लोगों पर रौब झाड़ने लगा.
इसके बाद वह कर्मचारी सुरेंद्र को अपने साथ टैक्सी में सफदरजंग हॉस्पिटल लेकर पहुंचा. दरअसल वो सुरेंद्र का मेडिकल करवाना चाहता था, लेकिन अस्पताल के स्टाफ ने मेडिकल करने से इंकार कर दिया. अस्पताल के स्टाफ ने कहा कि बिना पुलिस के मेडिकल नहीं किया जाएगा. इसके बाद वो सुरेंद्र को अस्पताल से लेकर बाहर निकला जहां पर उसने सुरेंद्र से उसका आई कार्ड और मोबाइल फोन जबरदस्ती छीन लिया और फिर वहां से फरार हो गया.
जांच में उसका नाम सामने आने के बाद पुलिस ने वैभव की कॉल डिटेल निकाली और टेक्निकल सर्विलांस के जरिए उसे दिल्ली के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार कर लिया. इतना ही नहीं पुलिस ने उस टैक्सी ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया जिसकी गाड़ी में वैभव सुरेंद्र को लेकर अस्पताल गया था. हालांकि पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि वह वैभव की बात सिर्फ इस वजह से मान रहा था क्योंकि उसे लगता था कि वह एक बड़ा अधिकारी है. फिलहाल वैभव और टैक्सी ड्राइवर दोनों पुलिस की गिरफ्त में हैं और दोनों से पूछताछ की जा रही है.
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Source: IOCL























