छत्तीसगढ़: सुकमा नक्सली हमले के 10 संदिग्ध आरोपी गिरफ्तार, हमले में शहीद हुए थे CRPF के 25 जवान

सुकमा: छ्त्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले के मामले में 10 संदिग्ध आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. ये गिरफ्तारी सुकमा, चिकपाल और फूलबारी गांव से की ग ई है. जो चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं उनमें एक नाबालिग भी शामिल है.
गृह राज्य मंत्री हंसराज अहिर का सुकमा दौरा आज ही गृह राज्य मंत्री हंसराज अहिर भी सुकमा पहुंचने वाले हैं और ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि नक्सलियों के खिलाफ जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है. इस हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हुए थे.CRPF and Chhattisgarh Police apprehended four suspected naxals in possible connection with Sukma naxal attack; 1 among them is a juvenile
— ANI (@ANI_news) May 4, 2017
Chhattisgarh: MoS Home Hansraj Ahir to hold a meeting on Sukma naxal attack, in Sukma. To also discuss meeting to be held on May 8 in Delhi pic.twitter.com/tN4u0pakzo — ANI (@ANI_news) May 4, 2017
सुकमा नक्सली हमले में शहीद हो गए CRPF के 25 जवान
बता दें कि 24 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के सुकमा इलाके में सीआरपीएफ के जवानों को नक्सलियों ने घात लगाकर निशाना बनाया था. इस दर्दनाक हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे.
चिंतागुफा के पास काला पत्थर इलाके में ये हमला हुआ था. जब हमला हुआ उस वक्त सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के जवान सड़क बनाने के काम में लगे मजदूरों की सुरक्षा में तैनात थे. इस नक्सली हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. ये नक्सली हमला पूरी तरह से नियोजित था और इसे करीब 300 नक्सलियों ने अंजाम दिया था.
जहां पर हमला हुआ वहां पर घना जंगल और जंगल के आगे एक पहाड़ी है. नक्सली हमेशा ऐसे इलाके को ही चुनते हैं जहां आस पास कोई पहाड़ी हो. ये पहाड़ी से हमला करते हुए नीचे आते हैं और हमले के बाद वापस जंगल में छिप कर पहाड़ी पर वापस लौट जाते हैं.
इसलिए बौखलाए हैं नक्सली
माना जाता है कि नक्सली विकास के कामों से बौखलाए हुए हैं. नक्सलियों को सबसे ज्यादा परेशानी सड़क निर्माण से होती है, क्योंकि जैसे ही सड़क बनती है, जहां लोगों का जुड़ाव शहर से हो जाता है वहीं प्रशासन के लिए भी दूर दराज़ के इलाकों में पहुंचना आसान हो जता है. इसके साथ ही किसी भी हालात से निपटने के लिए सुरक्षाबलों को भेजना आसान होता है. इसलिए नक्सलियों का पहला निशाना सड़क निर्माण के काम को रोकना होता है और यही सुकमा में देखने को मिला.
नक्सलियों के प्रभाव वाले राज्यों जैसे छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, बंगाल और मध्य प्रदेश में सरकार ने सड़क निर्माणा पर खासा जोर दिया है. इन राज्यों के 44 जिलों में 5,412 किमी सड़क निर्माण की योजना को मंजूरी दी गई है. जैसे ही सड़क बनेगी, सरकारी सुविधा अंदर तक जाएगी, और वहां के लोग मेनस्ट्रीम से जुड़ेंगे. इसलिए नक्सली हमला करके इस परियोजना को तबाह कर देना चाहते हैं.
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