Coronavirus: गृह मंत्री अमित शाह ने की समीक्षा बैठक, राज्य सरकारों से कहा- हाईवे से गुजर रहे लोगों को हर संभव मदद दें
कोरोना महामारी से निपटने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज तैयारियों जायजा लिया. एक समीक्षा बैठक कर उन्होंने राज्य सरकारों को पलायन कर रहे मजदूरों को हर संभव मदद देने के निर्देश दिए.
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में चल रही तैयारियों की समीक्षा की. इस बैठक के दौरान गृह मंत्रालय के अनेकों वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे बैठक के दौरान गृहमंत्री ने साफ तौर पर कहा की सरकार लॉकडाउन की अवधि के दौरान प्रवासी कामगारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि इस बाबत राज्य सरकारों से भी अनुरोध किया गया है कि वे राज्य के राज्य मार्गों से गुजर रहे लोगों के लिए उचित व्यवस्था करें.
मंत्रालय के एक आला अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय ने समस्त राज्यों को ऐसे राहत उपाय करने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि का उपयोग करने के लिए भी अधिकृत किया है. ये उपाय उन्हें इस समस्या से निपटने के लिए और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे.
प्रवासी कामगारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने की मोदी सरकार की अभिलाषा के साथ केंद्रीय गृह सचिव ने राज्यों को फिर से पत्र लिखकर लॉकडाउन की अवधि के दौरान अपने गृह राज्यों को लौट रहे या ऐसा करने का प्रयास कर रहे प्रवासी कामगारों/तीर्थयात्रियों आदि के लिए तत्काल राहत शिविर स्थापित करने का अनुरोध किया है.
राज्यों को लाउड स्पीकर्स, प्रौद्योगिकी और स्वयंसेवियों और गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) की सेवाओं का उपयोग करते हुए निम्नलिखित के बारे में सटीक सूचना को व्यापक रूप से प्रचारित करने और इसके बारे में जागरूकता फैलाने का परामर्श दिया गया है:
(i) उपलब्ध कराए गए राहत शिविरों और सुविधाओं की जगह
(ii) प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत राहत पैकेज और राज्य सरकार के प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपाय
राज्यों को राजमार्गों से गुजर रहे लोगों के लिए उनसे सटे क्षेत्रों में राहत शिविर लगाने, साथ ही लॉकडाउन का आदेश जारी रहने तक इन लोगों का राहत शिविरों में रहना सुनिश्चित करने के लिए तम्बू लगाने की भी सलाह दी गई है.
उन्हें परामर्श दिया गया है कि इन आश्रय स्थलों को तैयार करते समय सामाजिक दूरी सहित विविध सावधानियों को ध्यान में रखा जाना चाहिए और साथ ही अलग रखे जाने अथवा अस्पताल में भर्ती कराए जाने की आवश्यकता वाले लोगों की पहचान करने और उन्हें अलग करने के लिए उपयुक्त चिकित्सकीय जांच अभियान चलाए जाने चाहिए. कोरोना की दहशत के बीच राहत भरी खबर, पुणे की लैब ने बनाई 2.5 घंटे में रिजल्ट देने वाली किट Coronavirus: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर फैलाई जा रही है गोली मारने की अफवाह, सरकार ने किया आगाहट्रेडिंग न्यूज
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