तीस हजारी झड़प: कांग्रेस ने घटना के लिए BJP के अहंकार को बताया जिम्मेदार, कहा- अमित शाह माफी मांगें
खबरें हैं कि पुलिस ने फायरिंग भी की है और उसमें विजय वर्मा नाम के एक वकील घायल हो गए. घायल वकील का सेंट स्टीफेंस अस्पताल में इलाज चल रहा है. वकीलों ने साथी को गोली लगने के बाद हिंसक रुख अख्तियार कर लिया.

नई दिल्ली: तीस हजारी अदालत में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प की घटना को कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है. कांग्रेस ने झड़प की घटना को ‘केंद्र की सरकार के अहंकार का परिणाम’ बताते हुए इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह को वकीलों से माफी मांगने को कहा. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए.
सुरजेवाला ने कहा, ''तीस हजारी में वकीलों पर गोली कांड व लाठीचार्ज भाजपा की क्रूरता व अहंकार का परिणाम है. सत्ता के नशे में चूर भाजपा न क़ानून को मानती है, न क़ानून के रखवाले वकीलों का सम्मान करती है.'' उन्होंने कहा, ''कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि गृह मंत्री अमित शाह माफ़ी मांगें और दोषी अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराएं.''
दिल्ली पुलिस ने कहा- कई पुलिस वाले घायल हुए, वकीलों ने पिस्टल भी छीनी इस पूरी घटना पर दिल्ली पुलिस का बयान आया है. दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस और कैदियों की जान को खतरा था. पुलिस से पिस्टल छीनी गई और वकीलों ने कई गाड़ियों में आग लगाई थी. हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा, ''वकीलों की ओर से मैसेज फैलने के बाद कुछ और वकील आ गए और फिर वे लॉक अप के अंदर घुसने की कोशिश करने लगे. जहां वो जवान थे जिनसे पहले उनकी हाथापायी हुई थी. वे बदला लेना चाहते थे, पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. ना सिर्फ पुलिस वालों की सुरक्षा के चलते बल्कि सैंकड़ों कैदी भी अंदर थे.''
सिंह ने आगे कहा, ''जब वो बहुत कोशिश के बाद भी दरवाजे को नहीं तोड़ पाए तो उन्होंने वहीं आग लगाने का फैसला किया. उन्होंने दो तीन मोटरसाइकिलों को रखकर उसमें आग लगा दी. कोशिश थी कि धमाके से गेट को तोड़ दिया. हमने अंदर मौजूज पीने के पानी से आग तो बुझा दी लेकिन धुआं भरने से जवान और कैदी सांस नहीं ले पा रहे थे. इसके बाद उन्हें दूसरे लॉकअप में शिफ्ट किया.''
तीस हजारी झड़प: दिल्ली पुलिस ने कहा- कई पुलिस वाले घायल हुए, वकीलों ने पिस्टल भी छीनी
वकीलों का कामकाज ठप करने का एलान वकीलों ने घटना के कुछ देर बाद ही ऐलान कर दिया कि आगामी चार नवंबर यानी सोमवार तक राजधानी की जिला अदालतों में कामकाज ठप रहेगा. अदालतों में कामकाज ठप रखने के निर्णय की घोषणा शनिवार शाम वकीलों के पदाधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में की. उधर सीने में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल वकील विजय वर्मा का अस्पताल में इलाज जारी है. उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है.
क्या है मामला? दरअसल वकीलों और पुलिस वालों के बीच यह पूरा विवाद पार्किंग को लेकर हुआ. एक वकील ने अपनी कार कोर्ट परिसर में पार्क की, इस पर एक पुलिस वाले ने कहा कि अपनी गाड़ी हटाइए. वकील ने कहा कि सुनवाई के लिए जा रहा हूं, जल्द वापस आकर हटा दूंगा. इसी के बाद झगड़ा शुरू हो गया. वकीलों की ओर से आरोप है कि पुलिस वाले एक वकील को लॉकअप में लेकर गए और उसे बुरी तरह पीटा. इसके बाद एक पुलिस वाले ने गोली चला दी जो एक वकील को जा लगी. इसके बाद घायल अवस्था में वकील को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. गोली लगने के बाद गुस्साए वकीलों ने पुलिस की गाड़ी में आग लगी दी और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की.
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Source: IOCL






















