धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ कोर्ट में शिकायत, साजिश के तहत पेट्रोल-डीजल को ऊंचे दामों पर बेचने का आरोप
तमन्ना हाशमी ने धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ दायर परिवाद में आरोप लगाया है कि पेट्रोलियम उत्पादक देशों में कच्चे तेलों की कीमत कम होने पर भी एक साजिश के तहत पेट्रोल-डीजल ज्यादा दामों पर बेचा जा रहा है.
मुजफ्फरपुर: देश में ईंधन की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. कई राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये के भी पार हो चुके हैं. इस बीच बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की एक अदालत में पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी को लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ एक शिकायत दाखिल की गई है.
मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में स्थानीय निवासी और परिवादी तमन्ना हाशमी ने प्रधान के खिलाफ दायर उक्त परिवाद में आरोप लगाया है कि पेट्रोलियम उत्पादक देशों में कच्चे तेलों की कीमत कम होने के बावजूद लगातार एक साजिश के तहत पेट्रोल-डीजल ज्यादा दामों पर बेचा जा रहा है.
हाशमी जिन्होंने उक्त परिवाद आईपीसी की धारा 420, 295, 295 ए और 511 के तहत दर्ज कराया है, ने कहा कि लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि से लोग भयभीत और आक्रोशित हैं. वहीं इस मामले की सुनवाई अदालत में तीन जुलाई को होगी.
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर क्या बोले धर्मेंद्र प्रधान?
वहीं पिछले दिनों पेट्रोल और डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बीच पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे कांग्रेस शासित राज्यों को वाहन ईंधन पर करों में कटौती करनी चाहिए. हालांकि, उन्होंने इस बात पर चुप्पी साध ली थी कि क्या बीजेपी शासित मध्य प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्य भी ऐसा करेंगे, जहां पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया है.
कुछ दिन पहले पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि इसकी मुख्य वजह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों का बढ़ना है, जहां कच्चे तेल की कीमत 70 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से अधिक है. उन्होंने कहा कि भारत 80 फीसदी तेल आयात करता है, यही वजह है कि उपभोक्ताओं पर असर पड़ता है.