विजय दिवस पर बेहद कठिन पहाड़ी पर चढ़कर पर्वतारोहियों ने लहराया तिरंगा
इस बेहद दुर्भल पहाड़ी की चोटी पर पहुंचना किसी भी ट्रैकिंग करने वाले पर्वातारोही के लिये एक बड़ा साहसिक कार्य माना जाता है. इस पर्वत पर चढ़ाई करना बेहद कठिन है.

मुंबई: देश में 16 दिसंबर का दिन विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है. यही वह तारीख थी जब भारत ने पाकिस्तान को साल 1971 के युद्ध में घुटने टेकने के लिये मजबूर किया था और जीत हासिल की थी. देश के इस स्वाभिमान की कहानी को वीरता के करतब दिखाकर तमाम भारतवासी हर साल विजय दिवस के तौर पर मनाते हैं. जिसकी आज एक बेहद साहसिक तस्वीर महाराष्ट्र में देखने को मिली. मुंबई के पास ठाणे जिले के शाहपुर में एक ऐसी पहाड़ी है जिसपर चढ़ना हर उस पर्वतारोही की चाहत होती है जिसे ट्रैकिंग का शौक है. इस पहाड़ी का नाम वजीर सुलका है.
90 अंश में खड़ी इस पहाड़ी की ऊंचाई है करीब 600 फुट है. उसके चारों तरफ है हजारों फीट बड़ी बड़ी खाई है. इस बेहद दुर्भल पहाड़ी की चोटी पर पहुंचना किसी भी ट्रैकिंग करने वाले पर्वातारोही के लिये एक बड़ा साहसिक कार्य माना जाता है. लेकिन विजय दिवस के दिन हिंदुस्तान की वीरता को दिखाने के लिये सतारा जिला के रहने वाले पर्वतारोहियों ने इस बेहद कठिन पर्वतारोहण मिशन को पूरा किया और वजीर सुलका पहाड़ी की चोटी पर भारत का तिरंगा फहराया और विजय दिवस मनाया. इस बेहद कठिन ट्रैकिंग मिशन में सतारा के एवरेस्ट विजेता प्राजीत परदेशी, ट्रेकिंग गाइड अनिल वाघ और पुलिस इंस्पेक्टर राजेंद्र शेलके शामिल हुए.
इस पर्वत पर चढ़ाई करना बेहद कठिन है. वहां पर पहुंचने के लिये इस मिशन में शामिल पर्वतारोहियों ने काफी मेहनत की. मिशन के दौरान ली गयी तस्वीरों के जरिये ही अंदाजा लगाया सकता है कि विजय दिवस के दिन ऐसी वीरता का परिचय भारत के वीर ही दे सकते हैं.
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Source: IOCL























