छठ पूजा के आखिरी दिन उगते सूरज को दिया गया अर्घ्य, मुंबई से कोलकाता तक उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
Chhath Puja: छठ पूजा के अवसर पर भगवान सूर्य को सूर्योदय अर्घ्य देने के लिए देशभर में श्रद्धालु नदियों, नहरों, झीलों और तालाबों पर बने घाटों पर पहुंचे और भगवान भास्कर की पूजा की.

Chhath Puja 2022: छठ पर्व का सोमवार 31 अक्टूबर 2022 को आखिरी दिन है. 28 अक्टूबर से शुरू हुए इस महापर्व का आज उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ ही समापन हो गया. देश के अलग-अलग हिस्सों में सुबह भगवान सूर्य को ‘सूर्योदय अर्घ्य’ देने के लिए देश भर में श्रद्धालु नदियों, नहरों, झीलों और तालाबों पर बने घाटों पर पहुंचे. चार दिनों तक चलने वाले सूर्य की उपासना करने वाला ये त्योहार आज समाप्त हो गया.
छठ पर्व पर मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पटना, गुरुग्राम, रांची, लखनऊ और गुवाहाटी में लोगों ने पूजा अर्चना की. इतना ही नहीं अमेरिका और दक्षिण कोरिया में भी इस पर्व को धूमधाम से मनाया गया है. अमेरिका के न्यूजर्सी, टेक्सास और मैसाचुसेट्स सहित कई जगहों से बड़ी संख्या में भक्तों के छठ पूजा के अवसर पर भगवान सूर्य को ‘अर्घ्य’ अर्पित किया.
घाटों पर सुबह से ही लगी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
छठ घाट पर प्रसाद के लिए भी बहुत सारे लोग पहुंचते हैं. सूप में रखे प्रसाद का महत्व अधिक होता है इसलिए लोग यह कोशिश करते हैं कि सुबह के अर्घ्य के बाद छठ व्रतियों से प्रसाद ले सकें. सुबह से ही घाटों पर भारी भीड़ होनी शुरू हो गयी थी. कई लोगों ने घर की छत में ही सूर्य को अर्घ्य देने की व्यवस्था की थी.
सुरक्षा भी और सजावट भी
कई घाटों पर इस दिन आकर्षक सजावट देखने को मिली, सुरक्षा की भी पूरी तैयारी की गई. छठ घाटों पर डॉक्टरों की टीम को भी तैनात किया गया. ये टीम फर्स्ट एड ट्रीटमेंट उपलब्ध कराने के लिए तैनात की गई थी. घाटों पर रंग बिरंगे बल्ब से आकर्षक सजावट के साथ रोशनी का इंतजाम किया गया. भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात किया गया. बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घर के आंगनों, बगीचों और छतों पर भी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पानी जमा किया. इसी पानी में उतरकर व्रती फलों से भरा सूप उठाया और सूर्य को अर्पित किया. छठ व्रत हिंदुओं का अत्यंत महत्वपूर्ण त्योहार है. इस महापर्व पर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा-अर्चना होती है.
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Source: IOCL























