'ऐसा न हो शादियां टूट जाएं', लखपति दीदी योजना पर बोले फारूक अब्दुल्ला, जानें और क्या कहा
Interim Budget 2024: इस साल का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लखपति दीदी योजना के लक्ष्य को बढ़ाने की बात कही. इसके बाद फारूख अब्दुल्ला ने इस पर बयान दिया है.
Farooq Abdullah on Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल का बजट पेश करते हुए कहा कि उनकी सरकार आधी आबादी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम उठा रही है. बजट भाषण के दौरान उन्होंने लखपति दीदी योजना का जिक्र किया. वित्त मंत्री ने कहा, सरकार लखपति दीदी योजना को आगे बढ़ावा देने पर काम कर रही है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने लखपति दीदी योजना पर कहा, "बहुत अच्छा है कि वो लखपति बनेंगी, वो इंडिपेंडेंट होंगी, उनका घर और भी आबाद होगा. हम उम्मीद करेंगे कि वो नरम रहेंगी, ये न हो कि फिर शादियां टूट जाएं. ये नहीं होना चाहिए. क्योंकि आजकल ऐसी हालत हो रही है कि शादी ज्यादा नहीं चलती है."
2024-25 के अंतरिम बजट पर उन्होने कहा, "इस बजट में वैसी कोई बात नहीं है, असली बजट तो जुलाई में आएगा. हम उम्मीद करते हैं कि लोगों को नौकरी मिले और महंगाई कम हो."
लोकसभा में वित्त मंत्री ने किया था जिक्र
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बजट पेश करने के दौरान घोषणा की थी कि सरकार ने लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ करने का फैसला किया है. इस योजना का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे वे प्रति वर्ष कम से कम एक लाख रुपये की स्थाई इनकम अर्जित कर सकें.
#WATCH | National Conference MP Farooq Abdullah on the #Budget2024
— ANI (@ANI) February 1, 2024
"The actual budget will come in July. We hope that people will benefit, tourism will increase, industries will also grow and the nation will progress..." pic.twitter.com/RZXKfunjHa
लखपति योजना के तहत महिलाओं को पैसे सेविंग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इसमें स्किल डेवलपमेंट और वोकेशनल ट्रेनिंग पर फोकस दिया जाता है. महिलाओं को बिजनेस स्टार्ट करने के लिए गाइड किया जाता है. इस योजना के तहत महिलाओं को फाइनेंशियल सिक्योरिटी भी दी जाती है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "नौ करोड़ महिलाओं वाले 83 लाख स्वयं सहायता समूह सशक्त और आत्मनिर्भर होकर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं. उनकी सफलता ने पहले ही लगभग एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनने में मदद की है.
ये भी पढ़ें: तमिलनाडु में खुद का केस लड़ रहे हैं पूर्व डीजीपी, अदालत ने यौन उत्पीड़न मामले में सुनाई है तीन साल की सजा
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets