उपचुनाव में फेल हुई बीजेपी, यूपी और बिहार में तीन लोकसभा सीटें हारी
गोरखपुर में एसपी के प्रवीण निषाद ने बीजेपी के उपेंद्र दत्त शुक्ला को 21961 वोट से हराया, यह सीट 1989 से बीजेपी के पास थी. वहीं एसपी के नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने फूलपुर सीट पर बीजेपी के कौशलेंद्र सिंह पटेल को 59,460 वोट से हराया.

लखनऊ: बीजेपी को 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले आज एक चौंका देने वाला झटका लगा. लोकसभा की तीनों सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार हार गए जिनके लिए उपचुनाव हुआ था. इन तीन सीटों में उत्तर प्रदेश में उसका गढ़ रहा गोरखपुर और फूलपुर और बिहार में अररिया शामिल है.
बीजेपी के लिए यह चौंकाने वाला चुनाव परिणाम त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में उसकी शानदार जीत के कुछ ही दिन बाद आया है. बीजेपी ने त्रिपुरा में वाम दल के किले को ढहा दिया था जहां वह पिछले 25 साल से सत्ता में था. बीजेपी ने अपने क्षेत्रीय सहयोगी दलों के साथ मिलकर नागालैंड और मेघालय में भी सरकार बना ली थी.
पांच बार गोरखुपर से सांसद रहे योगी आदित्यनाथ
अन्य पिछड़ वर्ग (ओबीसी), दलित और मुस्लिम वोटों के एकीकरण होने से एसपी उम्मीदवारों को गोरखपुर और फूलपुर में जीत मिली. गोरखपुर सीट का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच बार किया जबकि फूलपुर सीट पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने तब पहली बार फूलपुर सीट जीती थी. दोनों ने अपनी सीटें तीन लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीती थीं.
गोरखपुर में एसपी के प्रवीण निषाद ने बीजेपी के उपेंद्र दत्त शुक्ला को 21961 वोट से हराया, यह सीट 1989 से बीजेपी के पास थी. वहीं एसपी के नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने फूलपुर सीट पर बीजेपी के कौशलेंद्र सिंह पटेल को 59,460 वोट से हराया.
वहीं लालू प्रसाद की आरजेडी ने अररिया लोकसभा सीट बरकरार रखी जहां उसके उम्मीदवार सरफराज आलम ने बीजेपी के प्रदीप कुमार सिंह को 60 हजार से अधिक वोट से हराया. यह जेडीयू-बीजेपी गठबंधन के लिए एक झटका है जो कि नीतीश कुमार के एनडीए में वापसी के बाद पहली बार चुनाव में उतरा था.
बिहार के भभुआ विधानसभा सीट पर बीजेपी को मिली जीत
बीजेपी को थोड़ी राहत इस रूप में मिली कि उसकी उम्मीदवार रिंकी रानी पांडेय ने भभुआ विधानसभा सीट पार्टी के लिए बरकरार रखी. रिंकी रानी पांडेय ने कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी शंभु सिंह पटेल को करीब 14,000 वोट से हराया. आरजेडी ने जहानाबाद विधानसभा सीट बरकरार रखी जहां उसके उम्मीदवार सुदय यादव ने अपने प्रतिद्वंद्वी जेडीयू के अभिराम शर्मा को 30,000 वोटों के अंतर से हराया.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी के अति आत्मविश्वास को हार का जिम्मेदार ठहराया और इसके कारणों के लिए गहरी समीक्षा की बात कही. उन्होंने कहा, ‘‘ हम सपा और बसपा के बीच हुए गठबंधन के प्रभावों को समझने में असफल रहे जो कि बेमेल गठबंधन है और राज्यसभा चुनाव के लिए सौदेबाजी का हिस्सा है.’’ एसपी राज्य में आगामी राज्यसभा चुनाव में बीएसपी उम्मीदवार का समर्थन कर रही है.
1993 में एसपी और बीएसपी में हुआ था गठबंधन
उत्तर प्रदेश में राजनीति के मैदान में बीजेपी के अलावा एसपी और बीएसपी मुख्य पार्टी हैं. एसपी और बीएसपी ने 1993 में तब गठबंधन सरकार बनायी थी जब बीजेपी बाबरी मस्जिद गिराये जाने के बाद हुए चुनाव में अकेली सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी. गोरखपुर में ओबीसी, दलित, मुस्लिम वोटों का एकसाथ आने ने एसपी उम्मीदवार की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. ये वोट पहले एसपी और बीएसपी के अलावा छोटे दलों जैसे निषाद पार्टी और पीस पार्टी के बीच बंट जाते थे. निषाद पार्टी का क्षेत्र में निषाद समुदाय में काफी प्रभाव है जबकि पीस पार्टी का क्षेत्र में मुस्लिमों में काफी प्रभाव है.
वहीं केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि एसपी की जीत बीएसपी की अपने वोट एसपी को हस्तांतरित करने की क्षमता का नतीजा है. उपचुनाव की यह जीत आम चुनाव से पहले धर्मनिरपेक्ष दलों को राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी विरोधी एक व्यापक गठबंधन बनाने के लिए प्रेरित करेगी. ऐसी ही एक संभावना का पता लगाने के लिए कल यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से दिये गए भोज में 20 विपक्षी दलों के नेता एकत्रित हुए थे.
बीजेपी के प्रति जनता में गुस्सा है: राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नतीजों को बीजेपी के खिलाफ जनता के आक्रोष का एक प्रतिबिंब बताया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ आज के उपचुनावों में जीतने वाले उम्मीदवारों को बधाई. नतीजों से स्पष्ट है कि मतदाताओं में बीजेपी के प्रति बहुत क्रोध है और वो उस गैर भाजपाई उम्मीदवार के लिए वोट करेंगे जिसके जीतने की संभावना सबसे ज़्यादा हो. कांग्रेस यूपी में नवनिर्माण के लिए तत्पर है, ये रातों रात नहीं होगा.’’ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेख यादव ने जीत को सामाजिक न्याय में से एक बताया और इसके लिए बीजेपी को धन्यवाद दिया.
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